script

सवर्ण आंदोलन के बाद भाजपा ने बदला फॉर्मूला, किसान के घर में भोजन करेंगे शाह

locationभोपालPublished: Sep 08, 2018 08:37:27 am

Submitted by:

KRISHNAKANT SHUKLA

सवर्ण आंदोलन के बाद भाजपा ने बदला फॉर्मूला, किसान के घर में भोजन करेंगे शाह

sarvarn andolan sc st act bjp new formula

sarvarn andolan sc st act bjp new formula

@आलोक पण्ड्या की रिपोर्ट…

भोपाल. देश में हुए सवर्ण आंदोलन के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दलित के घर भोजन करने वाले समरसता भोज के फॉर्मूले में बदलाव किया है। शाह 12 सितंबर को उज्जैन संभाग के प्रवास के दौरान जावरा में दलित की बजाए एक किसान के घर भोजन करेंगे।


पार्टी ने पहले यहां समरसता भोज की योजना बनाई थी, जिसे आंदोलन के बाद बदल दिया गया है। शाह जावरा में एक किसान सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे, जिसमें सात जिलों के किसान और भाजपा कार्यकर्ता शामिल होंगे।

मंदसौर गोलीकांड के बाद उपजे असंतोष के डैमेज कंट्रोल के लिए ये सम्मेलन रखा गया है। भाजपा अध्यक्ष प्रदेश में अपने संभागीय दौरों का सिलसिला 12 सितंबर से शुरू कर रहे हैं। वे 12 सितंबर को इंदौर से हेलिकॉप्टर से दोपहर एक बजे जावरा पहुंचेंगे। वहां किसान सम्मलेन और किसान के घर भोजन के बाद शाम 3.30 बजे उज्जैन रवाना होंगे।

उज्जैन में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। इसमें नगर-ग्राम के पालक, संयोजक, जिला प्रभारी, सह प्रभारी से लेकर मंडल, जिला और मोर्चा के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। बैठक में शाह किसी भी कार्यकर्ता से अचानक प्रश्न पूछ सकते हैं। शाह उज्जैन में शाम आठ बजे लगभग 150 विशिष्टजनों के साथ रात्रि भोज करेंगे।

भाजपा सिखा रही मीडिया मैनेजमेंट.

भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने सांसदों-विधायकों के निजी सचिवों के लिए 65 पन्नों की गाइडलाइन जारी की है। इसमें सोशल मीडिया अपडेट करने के साथ यह भी सिखाया जा रहा है कि वे पत्रकारों से कैसा व्यवहार करें। पत्रकारों के फोन आने पर किस तरह से जवाब दें।

भाजपा ने सांसदों-विधायकों के निजी सचिवों और सहायकों को कहा है कि वे अपने सांसद या विधायक के फेसबुक, ट्विटर जैसी सोशल साइट पर ध्यान दें। सोशल मीडिया पर उन प्रोफाइलों का डेटाबेस तैयार करें और उन पर नजर रखें, जो नए फॉलोअर्स हों और जो बीजेपी की विचारधारा और दर्शन को समझते हों।

भाजपा इसके लिए दो दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चला रही है। गाइडलाइन में टूर ऑर्गनाइज करने, चुनावी क्षेत्रों के काम, सांसदों और विधायकों के फंड के इस्तेमाल, फाइनेंशियल मैनेजमेंट और पर्सनल डेवलपमेंट पर काम करने के निर्देश और सलाह भी दी गई है। गाइड लाइन में निजी सचिवों और सहायकों को मीडिया कर्मियों से आदर के साथ मिलने की सलाह दी गई है।

ट्रेंडिंग वीडियो