टाइगर स्टेट बनने की तैयारी में मप्र, जाने कैसी है विभाग की तैयारी
भोपालPublished: Jun 30, 2017 08:22:00 am
टाइगर स्टेट का दर्जा खो चुका मध्यप्रदेश बाघों की संख्या के मामले में अपनी लाज बचाने की तैयारी में जुट गया है। देश में बाघों की संख्या के मामले में कभी सिरमौर रहा प्रदेश इस समय तीसरे स्थान पर पहुंच गया है
भोपाल. टाइगर स्टेट का दर्जा खो चुका मध्यप्रदेश बाघों की संख्या के मामले में अपनी लाज बचाने की तैयारी में जुट गया है। देश में बाघों की संख्या के मामले में कभी सिरमौर रहा प्रदेश इस समय तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। 2018 में होने वाली राष्ट्रीय बाघ गणना में प्रदेश का वन विभाग दूसरे पायदान पर पहुंचने की कोशिश में है। इसके लिए प्रदेश भर में 10 हजार ट्रेंड वनकर्मी तैयार किए जा रहे हैं। इन्हें प्रशिक्षण देने 300 मास्टर ट्रेनर तैयार किए गए हैं। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने वर्ष 2014 में कराई गणना की रिपोर्ट 20 जनवरी 2015 को जारी की थी। इसमें पहले नंबर पर कर्नाटक था। यहां बाघों की संख्या 408 थी। दूसरे नंबर पर उत्तराखंड, यहां बाघों की संख्या 340 थी, मप्र तीसरे नंबर पर था, यहां 308 बाघ मिले थे।
कोर एरिया के वनकर्मियों को कर रहे तैयार
प्रदेश भर के टाइगर रिजर्व, सेंचुरी में से चुने गए 300 मास्टर ट्रेनर टाइगर रिजर्व, सेंचुरी के कोर एरिया में तैनात वनकर्मियों को ट्रेनिंग दें रहे हैं। ये वनकर्मी बाघों के नजदीक रहने के साथ ही उनकी गतिविधियां, अंग, निशान आदि की समझ रखते हैं। इससे बाघों की गणना में वास्तवित संख्या सामने आएगी।
6 टाइगर रिजर्व, सेंचुरी में 250 बाघ के फोटो
बाघों की संख्या का अनुमान लगाने वन विभाग ने वर्ष 2016 में 06 टाइगर रिजर्व और सेंचुरी की खुद गणना की। इसमें विभाग को 250 बाघों के कैमरा ट्रैप फोटो मिल चुके हैं। इनमें 1.5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे शामिल नही थे। बाघों की संख्या 350 से अधिक है।
7 क्लस्टर में बांटा प्रदेश
गणना के लिए प्रदेश को सात क्लस्टर में बांटा गया है। इनमें से पांच क्लस्टर पेंच, पन्ना, इंदौर, सतपुड़ा और कान्हा के मास्टर टे्रनर्स को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। बांधवगढ़ और कूनो के मास्टर ट्रेनर्स को टे्रनिंग दी जानी है।
वर्ष 2014 की गणना का आंकड़ा
18 कुल राज्य गणना के लिए चिह्नित
378118 वर्ग किमी कुल वन क्षेत्रफल गणना के लिए चिह्नित राज्यों का
2226 कुल बाघों की संख्या देश भर में वर्ष 2014 में पाई गई
350 से अधिक वर्तमान में प्रदेश में बाघों की कुल संख्या
2006 में मप्र को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला
वर्ष 2018 में होने वाली बाघ गणना की तैयारी की जा रही है। इसके लिए 300 मास्टर ट्रेनर सहित लगभग 10 हजार वन कर्मियों को टे्रंड किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि प्रदेश इस बार बेहतर स्थान प्राप्त करेगा।
रजनीश कुमार, सहायक वन संरक्षक भोपाल