मौजूदा समय में सेविंग खातों से नकद निकासी की सीमा 24 हजार रुपए है. ज्ञात हो कि जो भी रकम आप एटीएम से निकालते हैं, वह भी सेविंग खाते से निकासी में गिना जाता है। आरबीआई ने कहा कि 27 जनवरी को कुल मिलाकर 9.92 लाख करोड़ रुपए के नये नोट चलन में आ चुके थे।
ऐसा दिखा उत्साह:
आरबीआई द्वारा नकद निकासी की लिमिट बढ़ाने की जानकारी के बाद भोपाल सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों के लोगों ने इसे सही फैसला बताने के साथ ही खशी भी जाहिर की है।
आरबीआई द्वारा नकद निकासी की लिमिट बढ़ाने की जानकारी के बाद भोपाल सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों के लोगों ने इसे सही फैसला बताने के साथ ही खशी भी जाहिर की है।
हम आॅनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं करते हैं, जिसके कारण नोटबंदी के बाद से निकासी पर लगी लिमिट के कारण बाजार से कोई बढ़ा आयटम खरीदने में परेशानी हो रही थी, आशा है अब लिमिट बढ़ने व मार्च में नो लिमिट हो जाने से काफी बदलाव आएंगे।
– प्रतिमा शर्मा, ग्रहणी, भोपाल
– प्रतिमा शर्मा, ग्रहणी, भोपाल
नोटबंदी के बाद कई बार कैश की कमी होने पर दिक्कतें खड़ी हो रही थीं,दुकान में सामान देने वाले कैश में ही माल देते हैं। ऐसे में कारोबार प्रभावित हो रहा था, आशा है अब सब नार्मल हो जाएगा।
– अजय शुक्ला, शॉपकीपर, भोपाल
– अजय शुक्ला, शॉपकीपर, भोपाल
मैं एक छोटा दुकानदार हूं और मेरे पास कई एंजेंसियों से सामान आता है। सभी को पैमेंट कैश में ही होता है। नकदी की कमी के कारण सामान लेने में परेशानी हो रही है, जिससे बचने के लिए हम लिमिट ही सामान ले रहे हैं। ऐसे में दुकान पर आने वाले कई ग्राहक भी सामान नहीं होने के कारण वापस लौट रहे थे। आशा है अब सब ठीक हो जाएगा।
– विमल जैन, दुकानदार, भोपाल
– विमल जैन, दुकानदार, भोपाल
नोटबंदी के बाद से निकासी पर लगी लिमिट के कारण व्यापार में काफी परेशानी हो रही थीं। दरअसल हम अपने कुछ डेलीवेजेज वर्कर्स को कैश में पेमेंट करते हैं, ऐसे में नकद की कमी कई बार परेशानी का कारण बन जाती है। आशा है अब लिमिट बढ़ने व मार्च में नो लिमिट हो जाने से काफी बदलाव आएंगे।
– सारिका शर्मा, डायरेक्टर निजी कंपनी
– सारिका शर्मा, डायरेक्टर निजी कंपनी
दो चरणों में हटा ली जाएगी नकदी निकासी की सीमा:
आरबीआई ने बुधवार को कहा कि सेविंग्स अकाउंट्स से नकदी निकासी की सीमा दो चरणों में हटा ली जाएगी। पहले चरण के तहत 20 फरवरी से बचत खातों से हर हफ्ते 24,000 रुपये की जगह 50,000 रुपये तक निकाले जाने की छूट होगी। फिर, दूसरे चरण में 13 मार्च को कैश निकासी पर लगी रोक पूरी तरह से हटा ली जाएगी। रिजर्व बैंक ने बताया कि 27 जनवरी तक कुल 9.92 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 500 और 2,000 रुपये के नोट सर्कुलेशन में आ गए थे।
आरबीआई ने बुधवार को कहा कि सेविंग्स अकाउंट्स से नकदी निकासी की सीमा दो चरणों में हटा ली जाएगी। पहले चरण के तहत 20 फरवरी से बचत खातों से हर हफ्ते 24,000 रुपये की जगह 50,000 रुपये तक निकाले जाने की छूट होगी। फिर, दूसरे चरण में 13 मार्च को कैश निकासी पर लगी रोक पूरी तरह से हटा ली जाएगी। रिजर्व बैंक ने बताया कि 27 जनवरी तक कुल 9.92 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 500 और 2,000 रुपये के नोट सर्कुलेशन में आ गए थे।
नई मौद्रिक नीति की घोषणा के दौरान आरबीआई के डेप्युटी गवर्नर ने बताया कि 2,000 रुपये और 500 रुपये, दोनों नोटों की नकल करना बहुत ही मुश्किल है। ज्ञात हो कि 8 नवंबर को की गई नोटबंदी की घोषणा के बाद आरबीआई ने कैश निकालने की सीमा में बार-बार बदलाव किया था।
गौरतलब है कि पिछले साल 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद सरकार ने दो अलग-अलग बार बैंकों से कैश निकालने की सीमा में इजाफा कर दिया था। पहले नकदी निकाले जाने की यह सीमा 10,000 रुपये थी जिसे बढ़ाकर 24,000 रुपये किया गया था
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय बैंक ने हाल ही में एटीएम से निकासी सीमा को बढ़ाकर 10,000 रुपए प्रतिदिन कर दिया था लेकिन बचत बैंक खातों के लिए 24,000 रुपए की साप्ताहिक निकासी सीमा को बनाए रखा था। 8 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा किए जाने के बाद बैंक खातों से पैसे की निकासी सीमित कर दी गई थी नोटबंदी के बाद एटीएम से 2000 रुपए रोजाना निकालने की अनुमति थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 2500 रुपए किया गया था।
इस सीमा को 31 दिसंबर 2016 को रिवाइज किया गया और 1 जनवरी 2017 से लागू नियम के मुताबिक एटीएम से निकासी की सीमा बढ़ाकर 4500 प्रतिदिन कर दी गई थी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि बाजार की स्थिति का आकलन करने के बाद रिजर्व बैंक कैश निकासी पर लगी पाबंदियों को हटा लेगा।