महाकाल स्वरूप में किया शृंगार
नेवरी स्थित मनकामनेश्वर मंदिर में इस बार भगवान भोलेनाथ का शृंगार उज्जैन के महाकाल स्वरूप में किया गया। इस मौके पर भगवान महाकाल का चेहरा बनाया साथ ही फूलों से आकर्षक साज सज्जा की गई। मंदिर के पं. विजय शर्मा ने बताया कि शृंगार दर्शन का सिलसिला देर रात्रि तक चलता रहा।
बगीचे में झूला झूले शिव-भवानी
बड़वाले महादेव मंदिर में इस बार बगीचे का विशेष शृंगार किया गया। इस मौके पर गर्भगृह को बगीचे की तरह सजाया गया और हरे भरे पौधों, बेलाओं, विभिन्न फूलों से बगीचा बनाया, इसी तरह राधा कृष्ण का झूला भी सजाया गया। रात्रि में शृंगार दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ जो देर रात्रि तक जारी रहा।
गुफा मंदिर में उमड़ी आस्था, लगी भीड़
लालघाटी स्थित गुफा मंदिर में सुबह से रात्रि तक दर्शनार्थियों की भारी भीड़ लगी रही। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर में भगवान का आकर्षक शृंगार किया गया, तथा यहां सावन के मेले का लुफ्त भी लोगों ने उठाया।
गूंजते रहे जयकारे:
बिड़ला मंदिर, मुक्तेश्वर महाकाल, पिपलेश्वर मंदिर, झरनेश्वर, सोमेश्वर, भूतभावन और महाकाल मंदिर सहित अन्य मंदिरों में श्रद्धालु पहुंचे।
होशंगाबाद से पहुंची कांवड़ यात्रा
शहर में तीन स्थानों पर कांवड़ यात्राएं निकाली गई। पशुपतिनाथ मंदिर में होशंगाबाद से कांवड़ यात्रा रविवार को पहुंची, यहां कांवड़ में लाए पवित्र जल और सवा सौ क्विंटल दूध से भगवान पशुपतिनाथ का अभिषेक किया गया बुधनी से भोपाल आई कांवड़ यात्रा कबाड़खाना स्थित महाकाल मंदिर पहुंची, यहां भी कांवड़ से लाए जल से किया गया। झिरी से भी कांवड़ यात्रा मंदाकिनी स्थित शिव मंदिर पहुंची, यहां भी भगवान का जलाभिषेक किया गया।