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एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में बीजेपी दफ्तर से लेकर मंत्री के घर का किया घेराव, मची अफरा तफरी..

locationभोपालPublished: Sep 20, 2018 03:52:31 pm

Submitted by:

KRISHNAKANT SHUKLA

sawaran protest against sc st act 2018 एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में सवर्ण ने किया बीजेपी दफ्तर से लेकर मंत्री के घर का घेराव, मची अफरा तफरी..

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एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में बीजेपी दफ्तर से लेकर मंत्री के घर का किया घेराव, मची अफरा तफरी..

भोपाल. मध्यप्रदेश की राजधानी में एक बार फिर एससी एसटी एक्ट संशोधन के विरोध में सवर्ण समाज का विरोध तेज हो गया। सवर्ण समाज अब काला कानून में सुधार करने के लिए जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को सवर्ण समाज के लोगों ने बीजेपी दफ्तर के गेट के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं को काले झंडे दिखाये। वहीं ब्रह्म समागम कल्याण समिति के अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा के साथ कुछ प्रदर्शनकारी मंत्री रामपाल सिंह के बंगले में घुस कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, इस दौरान पुलिस ने काला झंडा लगाने वाले कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।

काला कानून वापस लो.. के लगाए नारे

इधर, हबीबगंज स्टेशन के निकट नाका स्थित गणेश मंदिर के पास भी सवर्ण समाज के लोगों ने काले झंडे दिखा कर, “काला कानून वापस लो.. एससी एसटी कानून वापस लो” के नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यालय गेट पर विरोध करने पहुंचे प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने बेरीकेड्स लगाकर उन्हे रोकने का प्रयास किया।

बीजेपी विधायक ने दिया विवादित बयान

सवर्ण आंदोलन को लेकर बीजेपी विधायक मोहन यादव ने गुरुवार को विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि सवर्ण आंदोलन के पीछे विदेशी फंडिंग की जा रही है। सिमी और इस्लामिक कट्टरपंथी हिन्दू समाज को खण्ड-खण्ड करने की साजिश रच रहे हैं। सिलिकॉन वैली से भी फंडिंग हो रही है। सवर्ण आंदोलन पर समूचे हिन्दू समाज को लेकर सोचना होगा। बात दें कि हाल ही में एससी-एसटी एक्ट के विरोध में भारत बंद कर विरोध प्रदर्शन किया गया था। जिसके बाद से अब इस मुद्दे को लेकर सभी पार्टियों में जोड़ तोड़ की राजनीति शुरू हो गयी है। इधर, मध्य प्रदेश के सतना में एससी-एसटी एक्ट संशोधन के विरोध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को काले झंडे दिखाने को लेकर सवर्ण समाज और पुलिस के बीच झूमाझटकी भी हुई।

हर जगह कड़ी सुरक्षा के इंतजाम

एससी-एसटी एक्ट के विरोध में जगह-जगह हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद सीएम की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गयी है। जानकारों का कहना है कि बीजेपी अब सवर्णों से ओबीसी को अलग करने की फिराक में लगी है। माना जा रहा इसी लिये उसने पिछड़ा वर्ग महाकुंभ का आयोजन किया है। हाल ही में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव होने है ऐसे में जातीय समीकरण के फार्मूले पर पार्टियां काम कर रही है। एससी-एसटी एक्ट में संशोधन को लेकर हो रहे विरोध को देखते हुए सीएम की यात्रा में हर जगह कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं, सीएम की जन आशीर्वाद यात्रा में पथराव के बाद सख्ती और बढ़ दी गयी है।

सरकारी के खिलाफ नारेबाजी

एससी-एसटी एक्ट के विरोध में सवर्ण समाज के विभिन्न सामाजिक संगठनों ने कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली। लोगों ने केन्द्र सरकार के फैसले की निंदा करते हुए मोदी सरकारी के खिलाफ नारेबाजी की और इस कानून को वापस लेने की मांग की। ऐसा नहीं करने पर लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं देने का फैसला भी ले लिया है। संगठनों ने चेतावनी दी है कि जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। अब तक विरोध प्रदर्शन में सवर्ण और राजपूतों का साथ मिल रहा था लेकिन अब कई अन्य पार्टियां भी इनके साल मिलकर विरोध प्रदर्शन कर रही है।

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