जानकारी के मुताबिक मूलत: विदिशा निवासी सोमेन्द्र भास्कर (22) इसी साल आरक्षक भर्ती परीक्षा की लिखित परीक्षा में ७२ फीसदी अंक से पास हुआ है। वह फिजिकल परीक्षा की तैयारी करने २५वीं बटालियन में पदस्थ अपने फूफा दिनेश दिवाकर के घर में रह रहा है। मंगलवार को वह पुलिस लाइन में रहने वाले अपने दोस्त प्रशांत देवरिया (18) के साथ लाल परेड ग्राउण्ड से प्रैक्टिस कर लौट रहा था। इसी दौरान हादसा हुआ। टक्कर से दोनों युवक बाइक में फंस गए। दोनों को बस करीब पांच फीट तक घसीट ले गई। प्रशांत के सिर में गंभीर चोट लगी हैं। वह आईसीसीयू में है।
जब-होश आता कहता है- अब कैसे परीक्षा में शामिल हो सकूंगा
हादसे में घायल सोमेन्द्र को जब भी होश आता वह बार-बार यही कहकर बिलखता रहा कि अब वह इस पैर के सहारे कैसे पुलिस की फिजिकल परीक्षा में शामिल हो सकेगा। दर्द से कराहते सोमेन्द्र ने ‘पत्रिका’ से कहा कि सरकार उसकी मदद करे।
निवाला छोड़कर भागे पिता
घायल प्रशांत के पिता देवी प्रसाद एसटीएफ में आरक्षक हैं। देवी प्रसाद ने बताया कि प्रशांत १२वीं की परीक्षा पासकर पुलिस में जाने की तैयारी कर रहा था। वह मंगलवार की सुबह ऑफिस जाने से पहले खाना खाने बैठे, इसी दौरान बेटे के घायल होने की सूचना मिली। वह खाना छोड़कर हमीदिया अस्पताल पहुंचे, जहां अस्पताल की दुर्दशा देख वह बेटे को एंबुलेंस से निजी अस्पताल ले गए। देवी प्रसाद ने बताया कि प्रशांत बोल नहीं पा रहा है।
गलत दिशा से आई तेज रफ्तार बस
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्कूल बस की रफ्तार अधिक थी। बस तिराहे पर गलत दिशा में टर्न कर रहा था। इसी बीच राजभवन की तरफ से ढलान उतर रही बाइक को बस ने टक्कर मार दी। बस करीब पांच फीट आगे बढ़ी और फिर करीब 15 फीट नीचे ढलान से पीछे उतरी, तब भी बाइक सवार फंसे रहे।
मछलीघर तिराहे से डिवाइडर हटा लिए
पुलिस ने मछली घर तिराहे से अस्थायी डिवाइडर हटा दिए हैं। जिसकी वजह से वाहन गलत दिशा में चलते हैं। यदि डिवाइडर तिराहे पर रखे होते तो शायद यह हादसा नहीं होता, लेकिन दोपहिया वाहन चालकों से चालानी कार्रवाई की वसूली में जुटी पुलिस का ट्रैफिक मैनेजमेंट पर ध्यान नहीं है।
फिर भी पुलिस-परिवहन विभाग बेपरवाह
२४ घंटे के अंदर स्कूल बस से दो हादसे हुए। इसमें हबीबगंज इलाके में एक युवक की जान चली गई, जबकि मंगलवार को हुए हादसे में दो नौजवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बावजूद ट्रैफिक पुलिस, परिवहन विभाग का रवैया लापरवाह बना है। दोनों हादसों की पुलिस, परिवहन विभाग ने यह तक जांच नहीं सका कि दोनों बस की फिटनेस, स्पीड गवर्नर की स्थिति क्या है।