मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के महामंत्री एवं शिक्षा समिति के प्रदेश संयोजक अरविंद भूषण ने बताया कि, 31 जनवरी तक शालाओं को बंद करने के निर्देश जारी होने के बाद से राज्य शिक्षा केन्द्र की ओर से शिक्षकों को नियमित शाला में उपस्थित होने, डिजिलेप होमवर्क करवाने के साथ ही बसाहट क्षेत्रों में जाकर प्रतिभा पर्व वर्कशीट वितरण करने, मौहल्ला कक्षाएं संचालित करने के कई निर्देश जारी किये गए हैं। इन सबसे शिक्षकों में भारी रोष व्याप्त है। संघ तत्काल वर्क फ्रॉम होम दिए जाने की मांग करता है।
कई संगठनों ने किया मोहल्ला कक्षाओं का विरोध, मांगा शिक्षकों के लिए वर्क फ्रॉम होम मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने राज्य शिक्षा केन्द्र की ओर से हमारा घर हमारा विद्यालय नाम से योजना लागू करने का विरोध किया है। शिक्षक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष सक्सेना ने बताया कि, शिक्षा केन्द्र ने ऐसा करके शिक्षकों की जान आफत में कर दी गई है, इस योजना के अनुसार शिक्षकों को घर घर जाकर बच्चों को पढ़ाना है। अब समस्या
यह है कि कोरोना जैसी महामारी में शिक्षक झुग्गियों में घूम-घूम कर बच्चों को पढ़ाएगा तो कैसे पता चलेगा कि, किस घर मे कोरोना है या नहीं? इस योजना से शिक्षक संक्रमित होंगे, उनके परिवार तक संक्रमण फैलने की आशंका है,। दूसरी लहर में प्रदेश के लगभग 3000 शिक्षक मारे गए थे और हजारों की संख्या में शिक्षक एवम उनके परिवार संक्रमित हो गए थे। इसलिए संगठन की मांग है कि हमारा घर हमारा विधालय योजना तत्काल प्रभाव से बंद की जाए।