शिक्षा विभाग, स्कूल चलें हम अभियान के तहत हर बच्चे को स्कूल तक पहुंचाने की तैयारी में जुटा है। हटाइखेड़ा के प्राथमिक स्कूल में पानी न होने से बच्चे परेशान हो रहे हैं। यहां बच्चों को पढ़ाने के लिए कक्षा एक से तीसरी तक के बच्चों को एक साथ एक क्लास में पढ़ाया जा रहा।
स्कूल के बाहर रखी पानी की टंकी अपनी स्थिती खुद बयां कर रही है। स्कूल में वर्षों से पानी की टंकी टूटी होने के कारण बच्चों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा। स्कूल प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा। पत्रिका पड़ताल में कुछ इस तरह स्कूल की हकीकत सामने आयी।
गर्मी और उमस में एक कमरे में बैठे कक्षा एक से तीसरी क्लास के 110 बच्चें गर्मी से परेशान है। हकीकत तो ये है कि यहां बिजली कनेक्शन है, पंखे और बल्ब लगे है, लेकिन बिजली नहीं है। स्कूल प्रबंधन से कारण पूछने पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
स्कूल के चारों तरफ चहरदीवारी जर्जर हो चुकी है। टूट रही दीवार की अब तक मरम्मत नहीं हो पाई है। ऐसे में बच्चों को पढ़ने के लिए अच्छा परिवेश नहीं मिल पा रहा।