भोपाल के शासकीय सरोजिनी नायडू कन्या स्कूल में बुधवार को अलग ही नजारा था। छात्राएं अपने स्कूल पहुंचकर प्रसन्न थी। साथ ही गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराया गया। स्कूल के गेट पर ही सेनेटाइजर की व्यवस्था थी और टेप्रेचर नापने की मशीन भी थी। बच्चों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूलों में बैठने की व्यवस्था की गई है। माता पिता की सहमति का पत्र लेने के बाद ही बच्चों को कक्षा में बैठाया गया।
टीचर्स को वैक्सीन अनिवार्य
गाइडलाइन के मुताबिक स्कूलों के शिक्षकों को टीकाकरण अनिवार्य किया गया है। राजधानी भोपाल के साथ ही प्रदेश के सभी स्कूलों में टीकाकरण लगभग पूरा हो गया है। प्रदेश के 80 फीसदी से अधिक शिक्षकों को वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है। वहीं दूसरे डोज वाले शिक्षकों की संख्या फिलहाल 60 फीसदी है।