आग बुझाने वाले फायर मैन राहुल ठाकुर का कहना कि वैन को दूध के डिब्बे (स्टील का पांच लीटर का डिब्बा) में पेट्रोल भरकर वाहन दौड़ाया जा रहा था। फायर मैन को आशंका है कि जुगाड़ के इस टैंक की वजह से ही आग लगी होगी। वैन के दोनों तरफ के नंबर प्लेट जल जाने से वाहन के मालिक की पहचान नहीं हो सकी है।
गांधी नगर पुलिस का कहना कि चेसिस-इंजन नंबर के जरिए वाहन मालिक की पहचान की कोशिश की जा रही है। हादसा मंगलवार शाम पांच बजे नरसिंहगढ़ तिराहे के पहले सर्विस रोड पर उस दौरान हुआ जब चालक वैन को स्टेट हैंगर की तरफ लेकर जा रहा था। तभी चलती वैन में आग लग गई। आग लगते ही चालक मौके से भाग निकला। स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि वैन में चालक के अलावा कोई अन्य नहीं था।
डिब्बे में लगे मोटर से इंजन तक जा रहा था पेट्रोल
फायर मैन राहुल का कहना है कि डिब्बा में एक छोटा मोटर पंप लगा मिला है। पंप में लगा पाइप इंजन से जुड़ा था। राहुल ने आशंका जताई कि डिब्बे में आग लगने के बाद चालक ने उसे सडक़ पर फेंकने की कोशिश की है। इससे डिब्बा नहीं जल पाया। डिब्बे में लगे पंप की पावर सप्लाई अल्टानेटर (डीसी करंट तैयार करने वाला यंत्र) से जुड़ी मिली है।
राजधानी में अपनी तरह का पहला मामला: राजधानी में संभवत: इस तरह का पहला मामला पुलिस के सामने आया है। जब ईंधन टैंक की जगह इस तरह का जुगाड़ का टैंक वाहन में लगा मिला है।
वैन में ईंधन टैंक था याकी खराब था। जांच की जा रही है। चालक के मिलने के बाद आग लगने की वजह का पता चल सकेगा। डिब्बे की जांच की जा रही है। – तरुण भाटी, थाना प्रभारी,गांधीनगर
शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद से 250 से अधिक स्कूल वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इनमें अधिकतर वैन हैं। – प्रदीप सिंह चौहान, एएसपी ट्रैफिक
बच्चों की सुरक्षा से बेफिक्र पुलिस, परिवहन विभाग
परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस का अमला बच्चों की सुरक्षा को लेकर कितना लापरवाह है, इसका अंदाजा इस घटना से लगाया जा सकता है। वैन संचालक जुगाड़ के ईंधन टैंक से वाहन शहर में दौड़ा रहा है, जिम्मेदार विभागों की इस पर नजर नहीं पड़ रही। इसकी पीछे की वजह परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस की जांच का बंद होना है। पिछले डेढ़ माह से पुलिस ने स्कूल वैन की जांच पूरी तरह बंद कर रखी हैं।