अवनेंद्र ने बताया कि शुक्रवार सुबह अनुशा ने नाश्ता किया, दूध पीया। उन्होंने ही उसे बस में छोड़ा था, तब वह हंस-खेल रही थी। रश्मि जब उसे छुट्टी के बाद बस स्टॉप पर लेने गई तो बच्ची मायूस थी। वह गुमसुम थी। हर रोज की तरह उसके चेहरे से मुस्कुराहट गायब थी। उसके चेहरे पर थकान थी।
रात में परिजनों ने अनुशा का स्कूल बैग चेक किया। उसमें लंच बॉक्स और पानी की भरी बॉटल रखी थी। आखिरकार, हंसती-खेलती अनुशा को ऐसा क्या हुआ कि उसने स्कूल में एक बंूद पानी तक नहीं पिया था। इतना ही नहीं, उसकी हाथ के ऊपरी हिस्से में चोट लगी है। अमूमन कोई भी व्यक्ति गिरता है तो हाथ की हथेली पर चोट लगती है। अनुशा के हाथ में ऊपर चोट लगी है। नाना राकेश श्रीवास्तव, नानी दोनों डाक्टर हैं। अनुशा की छोटी पांच साल की एक उसकी बहन है।
बस, स्कूल के सीसीटीवी फुटेज खंगालेगी पुलिस
अनुशा के पिता ने स्कूल प्रबंधन पर कोई आरोप भले ही नहीं लगाया, लेकिन उन्होंने पुलिस से मांग की स्कूल परिसर, व स्कूल बस के सीसीटीवी फुटेज की पुलिस जांच करे। जिससे कि असलियत का पता चल सके। परिजनों की अभी स्कूल प्रबंधन से कोई बात नहीं हो सकी है।