पहले डोज का असर नहीं रहेगा
बच्चों के वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार से परेशान स्वास्थ्य विभाग अब स्कूलों में लगने वाली गर्मियों की छुट्टियों को लेकर ङ्क्षचतित है। एक मई से स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां शुरू हो जाएंगी, ऐसे में जिन बच्चों ने ड्यू सेकंड डोज नहीं लगवाए हैं उन पर पहले डोज के बेअसर होने का खतरा बढ़ गया है।
28 दिन में लगाना होता है दूसरा डोज
दरअसल, 12 से 14 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन 23 मार्च से शुरू किया गया है। वैक्सीन का पहला डोज लग जाने के 28 दिन बाद दूसरा डोज लगाया जाता है। 20 अप्रेल को 28 दिन पूरे हो चुके हैं। 28 दिन के बाद अगले 21 दिन तक दूसरा डोज लगवाया जा सकता है। इसके बाद फस्र्ट डोज का असर कम होने लगता है। विशेषज्ञों को आशंका है कि करीब डेढ़ महीने तक स्कूलों की छुट्टियां होने के बाद अगर बच्चे वैक्सीनेशन के लिए नहीं आए तो बाद में सेकंड डोज ज्यादा प्रभावी नहीं होगा।
15 दिन में पूरा करना था वैक्सीनेशन का टारगेट
मालूम हो कि प्रदेश में 12 से 14 साल के वर्ग के लिए 86 हजार बच्चों का टारगेट तय किया गया था। अधिकारियों का दावा था कि टारगेट 15 दिन में पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन एक महीना बीतने के बावजूद अब तक सिर्फ 55 फीसदी बच्चों को ही फस्र्ट डोज लगाया जा सका है। यही नहीं 20 अप्रेल से अब तक महज दो हजार बच्चों को ही सेकंड डोज लग सका है।
समय पर वैक्सीन लगवाना सबसे बेहतर
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. कमलेश अहिरवार बताते हैं कि 28 दिन के बाद 21 वें दिन के भीतर सेकंड डोज लगवाना सबसे बेहतर होता है। इसके बाद फस्र्ट डोज का असर कम होने लगता है। ऐसे में अगर सेकंड डोज लगवाएंगे तो उसका भी असर कम हो सकता है।
बीते सात दिन में वैक्सीनेशन
तारीख डोज लगे
26 -940
25 -5448
24- 112
23 - 3803
22 -1071
21 -1429
20 -2059
अब तक कुल वैक्सीनेशन
आयु वर्ग डोज
12/14- 55,820
15/17- 2,66,578
18/44-28,65,780
45/60- 8,88,002
60 -4,94,873