scriptएसडीएम नहीं दे रहे दुकान खोलने की अनुमति, कार्यालय से लौट रहे लोग | SDM not giving permission to open shop, people returning from office | Patrika News
भोपाल

एसडीएम नहीं दे रहे दुकान खोलने की अनुमति, कार्यालय से लौट रहे लोग

संभाग में एक लाख 15 हजार 607 श्रमिकों को रोजगार का दावा

भोपालMay 22, 2020 / 11:25 pm

प्रवेंद्र तोमर

एसडीएम नहीं दे रहे दुकान खोलने की अनुमति, कार्यालय से लौट रहे लोग

एसडीएम नहीं दे रहे दुकान खोलने की अनुमति, कार्यालय से लौट रहे लोग

भोपाल. लॉकडाउन 4.0 में जारी किए धारा-144 के आदेश में रियायत देते हुए मैकेनिक दुकानों और रिपेयरिंग दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। लेकिन एसडीएम टीटी नगर, कोलार और एमपी नगर के यहां से लोगों को अनुमतियां नहीं दी जा रहीं। लेाग सुबह आवेदन लेकर आते हैं, लेकिन उनको बैरंग लौटा दिया जाता है। मौ.शफीक खान की चूना भट्टी में गैराज है। वे पिछले दो दिनों से उसे खोलने के लिए एसडीएम टीटी नगर के यहां चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उनको अनुमति नहीं दी गई। कोलार में थाने के सामने बालाजी मोटर्स के संचालक अपना गैराज खोलने के लिए एसडीएम कोलार के यहां आवेदन कर रहे हैं, लेकिन उनके आवेदन को अभी तक स्वीकार नहीं किया गया। जब वे इस संबंध में अधिक पूछताछ करते हैं तो कोई ठोस जवाब भी नहीं मिलता। इधर एमपी नगर में जोन टू में नमकीन शॉप संचालित करने वाले जगन को भी दुकान खोलकर ऑपनाइन डिलेवरी की परमिशन नहीं दी जा रही। वे काफी दिनों से चक्कर काट रहे हैं। जबकि आदेश में साफ है कि कंटेनमेंट क्षेत्रों को छोड़कर छह सैक्टरों में मैकेनिक, रिपेयरिंग शॉप खोलने की अनुमति दी संबंधित क्षेत्र के एसडीएम की तरफ से दी जाएगी।
संभाग में एक लाख 15 हजार 607 श्रमिकों को रोजगार का दावा

भोपाल. कोरोना महामारी के चलते बाहर से लाखों मजदूर लौटकर मध्यप्रदेश आये हैं। इनके जीवन यापन के लिए शासन की तरफ से श्रम सिद्धी अभियान चलाकर इन मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। भोपाल संभाग में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी के तहत 2 हज़ार 338 ग्राम पंचायतों में 1 लाख 15 हजार 607 श्रमिकों को रोजगार प्राप्त देने का दावा किया जा रहा है। इस योजना में डोर टू डोर सर्वे कर सभी बेरोजगार परिवारों को जॉब कार्ड उपलब्ध कराये जायेगें। भोपाल संभाग के अंतर्गत जिला भोपाल में 185 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत 5877 श्रमिक, सीहोर जिले की 484 ग्राम पंचायतों में 18 हजार 437 श्रमिकों, विदिशा जिले की 566 ग्राम पंचायतों में 22 हज़ार 80 श्रमिक, रायसेन जिले की 485 ग्राम पंचायतों में 24 हज़ार 169 श्रमिक एवं राजगढ़ जिले की 618 ग्राम पंचायतों में 45 हजार 74 श्रमिकों से मनरेगा के अंतर्गत रोजगार दिया जा रहा है। ऐसा दावा प्रशासन की तरफ से किया गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो