आरपीएफ पोस्ट के पास बनी है अवैध एंट्री
स्टेशन पर सबसे सुरक्षित माने जाने वाले आरपीएफ पोस्ट के पास से ही एक अवैध रास्ता प्लेटफॉर्म नंबर-एक पर आने के लिए है। यहां जवान तैनात रहते हैं इसके बावजूद अवैध रास्ते से यात्रियों बेधड़क आते-जाते हैं। यह रास्ता रेलवे कर्मचारियों के लिए आने-जाने के लिए बनाया गया था। गेट हमेशा खुला रहने से यात्रियों ने इसे शॉर्टकट बना लिया है।
स्टेशन पर सबसे सुरक्षित माने जाने वाले आरपीएफ पोस्ट के पास से ही एक अवैध रास्ता प्लेटफॉर्म नंबर-एक पर आने के लिए है। यहां जवान तैनात रहते हैं इसके बावजूद अवैध रास्ते से यात्रियों बेधड़क आते-जाते हैं। यह रास्ता रेलवे कर्मचारियों के लिए आने-जाने के लिए बनाया गया था। गेट हमेशा खुला रहने से यात्रियों ने इसे शॉर्टकट बना लिया है।
90 लाख का लगेज स्कैनर हुआ खराब
यात्रियों के सामान की सुरक्षा जांच के लिए स्टेशन पर करीब 90 लाख रुपए की लागत से लगाया गया लगेज स्कैनर पिछले चार महीनों से बंद है। अवैध एंट्री पर पश्चिम मध्य रेलवे के जीएम अजय विजयवर्गीय ने कहा था कि रेलवे जल्द ही इटारसी से बीना वाया भोपाल के अंतर्गत आने वाली सभी स्टेशनों को बाउड्रीवॉल से कवर करने की तैयारी में है।
यात्रियों के सामान की सुरक्षा जांच के लिए स्टेशन पर करीब 90 लाख रुपए की लागत से लगाया गया लगेज स्कैनर पिछले चार महीनों से बंद है। अवैध एंट्री पर पश्चिम मध्य रेलवे के जीएम अजय विजयवर्गीय ने कहा था कि रेलवे जल्द ही इटारसी से बीना वाया भोपाल के अंतर्गत आने वाली सभी स्टेशनों को बाउड्रीवॉल से कवर करने की तैयारी में है।
87 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं स्टेशन पर
वर्तमान में भोपाल रेलवे स्टेशन के विभिन्न प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया में कुल 87 कैमरे लगे हुए हैं। इसकी निगरानी के लिए आरपीएफ ने कंट्रोल रूम बनाया हुआ है। इन 87 कैमरों में 25 पीटी जेड कैमरे, 40 डोम कैमरे और 22 फिक्स बॉक्स कैमरे हैं। यहां तीन शिफ्ट में आरपीएफ के जवान बड़ी स्क्रीन पर कैमरों की मॉनिटरिंग करते हैं।
वर्तमान में भोपाल रेलवे स्टेशन के विभिन्न प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया में कुल 87 कैमरे लगे हुए हैं। इसकी निगरानी के लिए आरपीएफ ने कंट्रोल रूम बनाया हुआ है। इन 87 कैमरों में 25 पीटी जेड कैमरे, 40 डोम कैमरे और 22 फिक्स बॉक्स कैमरे हैं। यहां तीन शिफ्ट में आरपीएफ के जवान बड़ी स्क्रीन पर कैमरों की मॉनिटरिंग करते हैं।
सिर्फ दिखावे के लिए लगाए हैं डीएफएमडी
भोपाल रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) पर दोनों दिशा में जीआरपी के कहने पर जिला पुलिस बल की ओर से डोरफ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) लगाए गए हैं। सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए दोनों दिशा में करीब 5-5 पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। लेकिन यह डीएफएमडी ऐसे स्थान पर लगाए गए हैं कि कोई भी यात्री इसमें से नहीं निकलता है और ना ही पुलिसकर्मी इन्हें यहां से निकलने के लिए कहते हैं। प्लेटफॉर्म नंबर-एक के मुख्य और वीआईपी गेट पर लगे डीएफएमडी सही तरीके से लगाए गए हैं।
भोपाल रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) पर दोनों दिशा में जीआरपी के कहने पर जिला पुलिस बल की ओर से डोरफ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) लगाए गए हैं। सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए दोनों दिशा में करीब 5-5 पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। लेकिन यह डीएफएमडी ऐसे स्थान पर लगाए गए हैं कि कोई भी यात्री इसमें से नहीं निकलता है और ना ही पुलिसकर्मी इन्हें यहां से निकलने के लिए कहते हैं। प्लेटफॉर्म नंबर-एक के मुख्य और वीआईपी गेट पर लगे डीएफएमडी सही तरीके से लगाए गए हैं।
रेलवे की ओर से भोपाल रेलवे स्टेशन को चारों ओर से इंटेक्ट बाउंड्री बनाने की तैयारी है। जिसका काम जल्द ही शुरू होगा, इसके बाद अधिकृत गेट से ही स्टेशन परिसर व प्लेटफॉर्म पर प्रवेश मिलेगा। आरपीएफ और जीआरपी द्वारा स्टेशन परिसर में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
आईए सिद्दीकी, जनसंपर्क अधिकारी, भोपाल मंडल
आईए सिद्दीकी, जनसंपर्क अधिकारी, भोपाल मंडल