इंडियन आइडल की टीम ने इनमें से 160 प्रतिभागियों का चुनाव किया। इन्हें जज विशाल ददलानी, नेहा कक्कड़ और अनु मलिक के सामने परफॉर्मेंस देने का मौका मिला। मैंने तीस सेकंड के ऑडिशन में अग्गा बाई… गाना गाया, तो तीनों जज विशाल ददलानी, नेहा कक्कड़ और अनु मलिक ने स्टैंडिंग ओवेशन दिया था। मैं इस गानें को शास्त्रीयता के साथ वेस्टर्न स्टाइल में पेश किया था, जो काफी टफ होता है।
विशाल दललानी ने मुझसे कहा कि तुम्हें खुद नहीं पता कि तुम कितना अच्छा गाती हो। अब मैं टॉप-15 में पहुंचने के लिए तैयारी कर रही हूं।
सुनीधि चौहान को करती हूं फॉलो
वैशाली ने बताया कि मेरे पिता बुंदेली लोकगीत गाते थे तो मुझे विरासत में गायिकी मिली। मैं जब 3 साल की थी तो पापा को रियाज करते देख मैं भी आलाप लेने लगी। पिता ने मेरा रूझान देख मुझे संगीत की शिक्षा दी। मैंने प्रोफेशनल क्लासिकल नहीं सीखा। माता के जागरण से मैंने गाना शुरू किया था। लिटिल चैंप के बाद मुझे स्टेज परफॉर्मेंस के ऑफर आते हैं।
मैं देशभर में पांच सौ से ज्यादा शो कर चुकी हूं। लिटिल चैंप में छोटी चिमनी के नाम से पुकारा जाता था। उन्होंने बताया कि मैं छत्तीसगढ़ी गानें भी गाती हूं। रिएलिटी शो के माध्यम से सिंगर म्यूजिक डायरेक्टर के टच में आ जाता है। इससे उन्हें काम मिलना शुरू हो जाता। टीवी में आने से पहचान बन जाती है। मैं वर्सेटाइल सिंगर बनाना चाहती हूं। सुनीधि चौहान मेरी पसंदीदा हैं, उन्हीं को आइडियालाइज करती हूं। मैं फिल्मों के साथ स्टेज परफॉर्मेंस कर श्रोताओं के दिलों में अपनी जगह बनाना चाहती हूं।