script17 करोड़ की सर्विस रोड, 50 जगह पार्किंग | Service road of 17 crores, 50 places parking | Patrika News

17 करोड़ की सर्विस रोड, 50 जगह पार्किंग

locationभोपालPublished: Aug 07, 2018 07:32:27 am

Submitted by:

Rohit verma

जनता की सडक़: कोचिंग, होटल-रेस्टोरेंट और शोरूम वाले खड़े करवा रहे अपने वाहन

NEWS

17 करोड़ की सर्विस रोड, 50 जगह पार्किंग

भोपाल. मिसरोद वाया आरआरएल तिराहा होकर बोर्ड ऑफिस तक 17 करोड़ रुपए खर्च कर बनाई 17 किलोमीटर लंबी जनता की सर्विस रोड होटल-रेस्टोरेंट और शोरूम की पार्किंग के तौर इस्तेमाल की जा रही है। इस पूरे हिस्से में 50 जगह रोड पर पार्किंग धड़ल्ले से चल रही हैं।

अधिकतर जगह शाम ढलते ही दो-चार पहिया गाडिय़ां पार्क हो जाती हैं। पत्रिका टीम ने पड़ताल में पाया कि मिसरोद से आरआरएल के बीच तीन कोचिंग संस्थानों, आठ इलेक्ट्रॉनिक शोरूम, 9 ऑटो मोबाइल व कार शोरूम ने सर्विस रोड पर पार्किंग बना रखी है।

इसी लाइन में 6 मैरिज गार्डन हैं, जहां सीजन में पूरी रोड पार्किंग बन जाती है। वृंदावन ढाबा, हिमालया, ब्लैक मांबा जैसे 12 से अधिक होटल व रेस्टोरेंट भी रोड पर ही गाडिय़ां खड़ी करवा रहे हैं। गणेश मंदिर से बोर्ड ऑफिस के बीच मानसरोवर कॉम्प्लेक्स के सामने बरसों से आधी-अधूरी सर्विस रोड पार्किंग बनी हुई है। हबीबगंज रेलवे स्टेशन के सामने भी होटल-रेस्टोरेंट वालों के कब्जे में है।

कछुआ रफ्तार चल रहा सर्विस रोड का काम

मिसरोद से आरआरएल तक दोनों तरफ 7-7 किमी रोड है। सावरकर सेतु पार कर गणेश मंदिर से बोर्ड ऑफिस तक एक ओर सर्विस रोड का काम लगभग पूरा है। मिसरोद से आरआरएल तक निर्माण पर खर्च 12 करोड़ रुपए है। गणेश मंदिर से बोर्ड ऑफिस का ठेका 5 करोड़ में दिया गया। इसमें बोर्ड ऑफिस से गणेश मंदिर के बीच का हिस्सा बाकी है।
इसलिए बनाई सर्विस रोड
बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) किनारे की कॉलोनियों के रहवासियों को मेन रोड के ट्रैफिक का सामना न करना पड़े। दुर्घटनाएं न हों। वे ट्रैफिक में उलझे बिना कॉलोनी से आसपास के अन्य क्षेत्रों में जा सकें।
दो एजेंसियों का जिम्मा
मिसरोद से आरआरएल के बीच 70 कॉलोनियां हैं, जो सर्विस रोड से जुड़ती हैं। सर्विस रोड बीआरटीएस का ही भाग है, जिसका दुरुपयोग रोकने का जिम्मा नगर निगम व ट्रैफिक पुलिस का है। दोनों ही एजेंसियां पूरी तरह से असफल हैं।
सर्विस रोड स्थानीय लोगों के उपयोग के लिए होती है। इस पर किसी भी तरह की बाधा नहीं होनी चाहिए। इसकी जिम्मेदारी नगर निगम और पुलिस प्रशासन की है। यदि पहले के कुछ व्यवसायिक संस्थान हैं तो उन्हें अतिरिक्त एफएआर देकर बेसमेंट पार्किंग के लिए कहना चाहिए।
शैलेंद्र बागरे, स्ट्रक्चरल इंजीनियर
सर्विस रोड आवाजाही में ही उपयोग हो, इसके लिए हम योजना तैयार कर रहे हैं। पुलिस, प्रशासन के साथ मिलकर कार्रवाई शुरू करेंगे।
अविनाश लवानिया, निगमायुक्त

सर्विस रोड के साथ ही यूटिलिटी डक्ट का भी दुरुपयोग हो रहा है। इस तरह के कब्जे हटाने बड़ी मुहिम की जरूरत है। इसमें जनप्रतिनिधियों को भी जोडऩा होगा।
आलोक शर्मा, महापौर
सर्विस रोड से शाम को गुजरना मुश्किल है। शोरूम-ढाबे वाले ग्राहकों के वाहन इस पर पार्क क रवा रहे हैं। इसका व्यवसायिक दुरुपयोग हो रहा है।
कमलेश कुमार, विद्यानगर

सर्विस रोड पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त होनी चाहिए। दुकानदार अपनी पार्र्किंग की व्यवस्था खुद करें। यदि ऐसा नहीं कर सकते तो अपनी दुकानें बंद कर दें। जनता क्यों परेशान हो।
राधिका कृष्ण, दानिश कुंजv
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो