युवतियां यौन शोषण का आरोप लगाते हुए वीडियो जारी करने के बाद गुरुवार को प्रदेश कार्यालय के पुस्तकालय में आकर बैठ गईं। इससे वहां हड़कंप मच गया। कुछ देर बाद सैनेटाइजेशन के नाम पर भाजपा कार्यालय खाली करा दिया गया। इस मामले में प्रदेश भाजपा महामंत्री भगवानदास सबनानी ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो पार्टी के संज्ञान में आया है। पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है। इस वीडियो की सच्चाई क्या है, इसका पता लगा रहे हैं।
संगठन और मुख्यमंत्री से की मांग
वीडियो में युवती ने भाजपा संगठन मंत्री बीएल संतोष और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को संबोधित करते हुए कहा है कि उसने अपना जीवन संगठन को समर्पित किया है। वह पार्टी के नानाजी देशमुख पुस्तकालय में अध्ययन करती है। पिछले कुछ महीनों से पुस्तकालय में जो अभद्र व्यवहार हो रहा है, वह निंदनीय है। एक बुजुर्ग अभद्र हरकतें करते हैं।12 मार्च को उन्होंने अभद्र हरकत की बुजुर्ग ने कई बार उन्हें घर आने का न्योता भी दिया। यह भी कहा कि मोटरसाइकिल से उन्हें घर तक छोड़ दें।
यही नहीं बुजुर्ग ने उसकी साथी युवती के साथ भी गलत और अभद्र व्यवहार किया। साथी युवती ने भी वीडियो में अभद्र व्यवहार की बात कही है। युवती ने कहा कि पुस्तकालय के प्रभारी ने उन्हें लाइब्रेरी में बैठने से मना कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रभारी ने मेरा बैग भी उठाकर फेंक दिया था, जिसमें मेरा मोबाइल और सामान था। उसने यह भी कहा कि उनको भाजपा के एक कार्यकर्ता ने भी परेशान किया। इसके वाद यु उन पर हावी होना पड़ा। बाद से वो भाजपा कार्यालय में नहीं दिखे हैं।
सीएम से कार्रवाई की मांग
युवती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आग्रह किया है कि वे नानाजी देशमुख पाता के सीसीटीबी फुटेज देखें, ताकि इस बात की पुष्टि हो सके कि उनके साथ किस तरह का व्यवहार हुआ हैं। साथ ही उन्होंने न्याय दिलाने की भी मांग की है। युवती ने सीएम से संबंधित लोगों पर कार्रवाई की भी मांग की है।
भाजपा कार्यालय में क्या हो रहा है: सलूजा
इधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने भी आयुषी का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करके कहा कि इस मामले में जांच होनी चाहिए कि किस बुरा ने महिला के साथ यौन उत्पीड़न किया। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रदेश भाजपा कार्यालय में यह क्या हो रहा है। भाजपा कार्यालय में ही बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।