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इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों के सिंगिंग व डांसिंग टैलेंट पर शाहिद हुए फिदा

locationभोपालPublished: Feb 26, 2020 12:20:56 am

Submitted by:

mukesh vishwakarma

राधारमण टेक्नो-कल्चरल फेस्ट विहान में गूंजे पंजाबी सिंगर शाहिद मालिया के तराने

इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों के सिंगिंग व डांसिंग टैलेंट पर शाहिद हुए फिदा

इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों के सिंगिंग व डांसिंग टैलेंट पर शाहिद हुए फिदा

भोपाल। राधारमण टेक्नो-कल्चरल फेस्ट के दूसरे दिन समूह के ओपन आॅडिटोरियम में जाने माने पंजाबी सिंगर शाहिद मलिया के जोश से भरे सांग्स पर स्टूडेंट खूब थिरके। शाहिद के स्टेज पर आते ही छा़त्रों ने सीटियों और तालियों के साथ उनका जोरदार स्वागत किया। समूह की ओर से चेयरमेन आर आर सक्सेना एवं ग्रुप डायरेक्टर प्रोफेसर जे एल राणा ने उनका स्वागत स्मृति चिन्ह भेंटकर किया।
लगभग दो घंटे चले इस लाइव परफारमेंस में शाहिद ने हो मैं के अंजुआ दरयां, सजदे में झुके सिर मेरा दुआओं में भी जिक्र तेरा, जिंदगी की रोड पर लाइफ का लोड है चल कोई गल नहीं, इक कुड़ी जिदा नाम मोहब्बत है गुम है, ओ चिट्टा वे, ओ मुंडा कुकड़ कमाल दा, तू दोधारी तलवार खाली न जाए तेरा वार जैसी एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से सबका दिल जीत लिया। कार्यक्रम के दौरान शाहिद ने कुछ विद्यार्थियों को स्टेज पर आमंत्रित कर लिया और उनके साथ न केवल गाने गाए बल्कि डांस भी किया। जब उन्होंने विद्यार्थियों के सिंगिंग और डांसिंग टैलेंट को देखा तो वे इसकी तारीफ किये बिना नहीं रहे। इस जबर्दस्त माहौल का असर राधारमण समूह के संस्थापक सदस्य एवं विशिष्ट अतिथि संजीव सक्सेना भी स्टेज पर पहुंच गए और उन्होंने एक गाना भी गाया।

एक प्रश्न के उत्तर में शाहिद ने मजाकिया अंदाज में बताया कि पंजाबी गायक चीख चीखकर इसलिए गाते हैं क्योंकि पंजाब एक कृषि प्रधान देश है जहां गांवों में टैªक्टरों के इस्तेमाल के साथ साथ गाने गाये जाते हैं और गानों की आवाज टैªक्टर की आवाज के आगे सुनाई दे सके इसलिए उन्हें जोर जोर से गाना पड़ता है।
फेस्ट के दौरान आज सिंगिंग काम्पीटिशन का भी आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने हिन्दी फिल्मों के सोलो, डुएट एवं ग्रुप सांग्स पेश किए। सोलो श्रेणी में आस्था चैरे ने पूछो जरा पूछो तो राकेश कुमार ने दोनों हैं मोहब्बत के की प्रस्तुति दी। सोलो कैटेगरी में ही नितेश कुमार रजक ने पुराने दौर की याद ताजा कराते हुए लिखे जो खत तुझे वो तेरी याद बन गए पेश किया। डुएट मे नवाब आलम व दीपिका पाठक ने इस प्यार से मेरी तरफ न देखो से दर्शकों की तालियां बटोरीं। नाइट्स एंड ग्रुप ने ओम शांति ओम गाने पर ग्रुप प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर चेयरमेन आर आर सक्सेना ने कहा कि वर्ष दर वर्ष टेक्नो कल्चरल फेस्ट विहान भव्य होता जा रहा है। इस आयोजन को देखकर लगता है मानो यह टेलीविजन दुनिया का रीयलिटी शो हो। इस आयोजन में विद्यार्थियों की छिपी प्रतिभा को देखकर सुखद आश्चर्य होता है। मैं मानता हूं कि पढ़ाई जैसे गंभीर कार्य से मिलने वाली मानसिक थकान को मिटाने के लिए ऐसे आयोजन समय-समय पर होते रहने चाहिए। इससे विद्यार्थियों को उर्जा मिलती है जिसका सीधा लाभ उन्हें अपनी पढ़ाई में मिलता है।

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