नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया को शिवराज कैबिनेट की बैठक की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिवराज सिंह चौहान की सरकार आने के पहले जब कांग्रेस की सरकार थी, तब आजादी के बाद से सिर्फ पांच मेडिकल कालेज थे। जब शिवराज सरकार आई तो प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 20 हो गई है। जो 6 मेडिकल कालेजों को मंजूरी मिली है उनमें मंडला, सिंगरौली, श्योपुर, राजगढ़, नीमच, मंदसौर हैं। राशि क्रमः 249.63 करोड़ रुपए, 258.07 करोड़, 256.83 करोड़ रुपए, 256.55, 253.7, 270.59 करोड़ रुपए। ऐसे कुल 12 सौ करोड़ रुपए राशि मंजूर की गई है। मिश्रा ने कहा कि मंडला, श्योपुर, मंदसौर यह जनजातीय बाहुल्य जिले हैं, जहां मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। उस क्षेत्र के और उस समुदाय के विकास की दृष्टि और उन्नति की दृष्टि से यह निर्णय लिए गए हैं।
सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि आज प्रशासन अकादमी को स्वतंत्र इकाइ घोषित करने की भी मंजूरी दी गई है। सिडबी को एक मुश्त समझौता राशि का प्रस्ताव आया था, जिसे किस्तों में स्वीकृति दी गई है।
और क्या हुआ कैबिनेट में
कोरोना को लेकर आपात बैठक भी हुई, जिसमें सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि प्रभारी मंत्री अपने प्रभार के जिलों में आक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर, आक्सीजन कंसरटेटर, रेमेडिसिविर आदि की चिंता वे करेंगे और अपने-अपने जिलों की स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी और अपडेट लेते रहेंगे। लोगों में मास्क, सैनेटाइजर और कोरोना गाइडलाइन के प्रति जागरूक के लिए भी अपने-अपने क्षेत्रों में निर्देश देते रहें।