लेकिन ये मंत्री सत्ता के नशे में चूर हो गए हैं, जिला योजना समिति की बैठक से सांसद को बाहर करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस के छोटे-छोटे कार्यकर्ता बैठकों में बैठे रहते हैं और उनके पीछे सांसद को बैठाया जाता है। शिवराज ने कहा कि कोई बैठक नियम प्रक्रिया के तहत चलेगी या नहीं। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह को तो आंतकवादियों पर भी गर्व होता है, बाटला हाउस इसका उदाहरण है। आतंकवादियों को महिमा मंडित करना ये दिग्विजय सिंह की फितरत है।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ में महिला कलेक्टर द्वारा रैली निकालने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को थप्पड़ मारे जाने के विवाद पर मध्यप्रदेश के पूर्व मु्ख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि क्या सोचा था मैडम, आप कार्यकर्ता को थप्पड़ मार दोगे और हम चुप-चाप घरों में बैठकर भूल जाएंगे, क्या भारत माता की जय बोलने पर थप्पड़ मारे जाएंगे और हम आंख बंद करके बैठ जाएंगे। ये भूल है मैडम।
शिवराज सिंह चौहान ने प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी दी कि अहंकार मत करो वरना आपके अहंकार को पीस कर मिट्टी में मिला देंगे.उन्होंने सवाल खड़ा किया कि प्रशासनिक अधिकारी किस हक से थप्पड़ मरते हैं. किस कानून या लोकतंत्र में लिखा है भारत माता की जय बोलने और हाथ जोड़ने वालों को थप्पड़ मारा जाए.