शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा कि अब या तो सिब्बल साहब ने कांग्रेस के पार्टी फंड के लिए पैसे लिए हैं, या पीएफआई उनका क्लाइंट है। अगर ऐसा नहीं है तो फिर सीएए विरोधी प्रदर्शन और हिंसा कराने के लिए पत्थरबाजों और दंगाइयों को मैडम सोनिया गांधी, सिब्बल साहब और कांग्रेस ने पैसे पहुंचाए हैं।
उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा कि मैडम सोनिया गांधी देश की जनता को जवाब दें, क्या आपको मालूम था कि आपकी पार्टी के नेता दंगे भड़काने के लिए पैसों का लेन-देन कर रहे हैं। क्या आपने गुंडे-बदमाशों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी ले ली है। क्या देश की शांति भंग करने का ठेका आपने ले लिया है।
उसके बाद शिवराज सिंह ने राहुल को घेरते हुए लिखा कि राहुल गांधी जी, कृपया जवाब तैयार करवाएं। आपको देश को बताना होगा कि घर-दुकानों में तोड़फोड़ करने वाले, बसों-कारों को आजादी के नाम पर फूंकने वाले आपके शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को आपकी पार्टी के नेता पैसे पहुंचा रहे थे, इसकी जानकारी आपको थी।
शिवराज सिंह चौहान ने आगे लिखा कि खुद को क्रांतिकारियों की पार्टी कहने वाली कांग्रेस के नेता देश को जलाने वालों की मदद कर रहे हैं, इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता। क्या सीएए विरोधी हिंसक प्रदर्शन करने में कांग्रेस का हाथ है। क्या कांग्रेसी नेता देश में हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं।
वहीं, विवादों पर कपिल सिब्बल ने भी सफाई दी है कि ये मुझे बदनाम करने की साजिश है। इस पर बिना तहकीकात के मीडिया में खबरें चलाई जा रही हैं। जिनमें कोई सत्यता नहीं है।