script#DeathForRapists कैंपन चला रहे पूर्व सीएम, न्याय के लिए धरना, 12 साल की बेटी से रेप के बाद हुई थी हत्या | Shivraj Singh Chauhan: protest against rape | Patrika News

#DeathForRapists कैंपन चला रहे पूर्व सीएम, न्याय के लिए धरना, 12 साल की बेटी से रेप के बाद हुई थी हत्या

locationभोपालPublished: Dec 09, 2019 10:43:36 am

Submitted by:

Pawan Tiwari

शिवराज सिंह चौहान रेप के आरोपियों के लिए मौत के सजा की मांग कर रहे हैं।

#DeathForRapists कैंपन चला रहे पूर्व सीएम, न्याय के लिए धरना, 12 साल की बेटी से रेप के बाद हुई थी हत्या

#DeathForRapists कैंपन चला रहे पूर्व सीएम, न्याय के लिए धरना, 12 साल की बेटी से रेप के बाद हुई थी हत्या


भोपाल. मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान आज धरना देंगे। बता दें कि आठ माह पूर्व भोपाल के मनुआभान की टेकरी पर एक 12 वर्षीय बेटी के साथ बलात्कार करके उसकी पत्थरों से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। पीड़िता की मां पिछले आठ माह से न्याय के लिए दर-दर भटक रही है लेकिन अब तक अपराधियों की डीएनए रिपोर्ट नहीं आई। इस बात को लेकर शिवराज सिंह चैहन आज धरना देंगे। शिवराज ने धरने में लोगों को भी शामिल होने की अपील की है। शिवराज सिंह चौहान भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर धरना देंगे।

शिवराज ने ट्वीट करते हुए कहा- न्याय कैसे मिलेगा, कब मिलेगा, इसका ठिकाना नहीं है। इसलिए मैं उस बेटी की माँ के साथ दिनांक 9 दिसंबर को सुबह 11 बजे भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर धरने पर बैठ रहा हूं। बेटी को न्याय दिलाने के लिए आप भी रोशनपुरा चौराहे पर आइये। आठ माह पूर्व भोपाल के मनुआभान की टेकरी पर एक 12 वर्षीय बेटी के साथ बलात्कार करके उसकी निर्मम हत्या कर दी गई थी। बेटी को अब तक न्याय नहीं मिला। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान अपने सोशल मीडिया पर दुष्कर्म के आरोपियों के खिलाफ एक कैंपेन चला रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान अपने ट्विटर पर #DeathForRapists लिखकर कई पोस्ट कर रहे हैं।
https://twitter.com/hashtag/DeathForRapists?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
कानून में बदलाव की जरूरत
शिवराज सिंह चौहान ने कानून में बदलाव की भी बात कही थी। शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा था कि नरपिशाच खुलकर खेल रहे हैं और इनको मौत की सजा देना ही एकमात्र उपाय है। ऐसे अपराधियों को तुरंत सजा मिले, इसके लिए कानून में और परिवर्तन करने की जरूरत हो, तो करना चाहिए। वर्तमान कानून के अंतर्गत भी सरकार कोशिश करे, तो इन अपराधियों को जल्दी सजा मिल सकती है। दुष्कर्म के आरोपियों को निचली अदालत में सज़ा मिल जाये तो वे उच्च न्यायालय, फिर उच्चतम न्यायालय तक जाते हैं जिससे न्याय मिलने में विलंब होता है। मैं सुप्रीम कोर्ट से प्रार्थना करता हूं कि एक बार निचली अदालत में सज़ा मिलने पर ऐसे वहशियों को उच्चतम न्यायालय में भी जल्द सज़ा मिले।
शिवराज ने कहा- हमने बच्चियों के साथ बलात्कार करने वालों को फाँसी की सज़ा देने का कानून बनाया था जिसके तहत 26 लोगों को सज़ा हुई। लेकिन फाँसी पर एक भी दुष्कर्मी नहीं लटका। त्वरित न्याय मिलने से अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्तियों के मन में डर बैठेगा और वे ऐसे घिनौना कृत्य करने का सोच भी नहीं पाएंगे।
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