शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ जी आजकल कर्मचारियों को धमका रहे हैं! कहते हैं कि देख लूंगा, मिटा दूंगा, जांच करवा दूंगा। मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि 15 महीने क्या कर रहे थे? यह धमकाने वाला अंदाज अलोकतांत्रिक है। मध्यप्रदेश के कर्मचारी और अधिकारी कर्तव्यनिष्ठ है, लेकिन ये बुरी तरह बौखलाए हुए हैं!
छत्तीसगढ़, राजस्थान और पंजाब पर कसा तंज
चौहान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को ही देख लें, छत्तीसगढ़ की निर्वाचित सरकार दिल्ली में परेड कर रही है! पंजाब में सिद्धू जी कुछ और ही सिद्ध कर रहे हैं। राजस्थान के हाल अलग हैं और मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता भी कह रहे हैं कि कांग्रेस में कदर ही नहीं है।
पहले घर संभाल लीजिए
शिवराज ने कहा कि कमलनाथ जी, मैडम सोनिया गांधी जी पहले घर को तो संभाल लीजिए, घर संभल नहीं रहा और कर्मचारियों को धमकाने निकले हैं!
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि रस्सी जल गई बल नहीं गया। कांग्रेस बौखला रही है। कमलनाथजी आजकल कर्मचारियों को धमका रहे हैं। देख लूंगा, जांच करवा दूंगा, फाइलें खुलवा दूंगा। 15 महिने क्या कर रहे थे। यह धमकाने का अंदाज अलोकतांत्रिक है। अमानवीय है।
छत्तीसगढ़ सरकार दिल्ली में
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की चुनी हुई सरकार पर तंज कसते हुए चौहान ने कहा कि पहले अपना घर तो देख लें। पूरी सरकार दिल्ली में परेड कर रही है।
गृहमंत्री बोले- छत्तीसगढ़ में छत्तीस का आंकड़ा
छत्तीसगढ़ में छत्तीस का आंकड़ा बना हुआ है तो पंजाब में पंजा लड़ाई। राजस्थान राजफाश कर रहा है। एक दूसरे से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट। कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गई है कि इस दिल के टुकड़े हजार हुए, कोई यहां गिरा कोई वहां गिरा। पूरा देश देख रहा है कि जिन 3 राज्यों में कांग्रेस की सरकार बची है, वहां कांग्रेस में सिर फुटव्वल मची हुई है। चुनाव के बाद इन राज्यों में कांग्रेस ढूंढ़ने पर भी नहीं मिलेगी।
कर्मचारी इनकी धमकियों नहीं आने वाला
नरोत्तम मिश्र ने कहा है कि कमलनाथ जी आप कर्मचारियों के लिए जिस भाषा का उपयोग कर रहे है, असल में वह बिल्ला व पट्टा कांग्रेस की ही संस्कृति है। मिश्र ने कहा कि यह बार-बार कर्मचारियों को धमकाते हैं, इनसे इनके ही कार्यकर्ता नहीं धमकते। इनके चेहरे पर चुप नहीं होते हैं। कर्मचारी की अपनी सीमा है, जो कानून के दायरे में काम करता है। इनकी धमकियों में आने वाला नहीं है। वो जानते हैं कि इनको जब बहुमत मिलना था, तब नहीं ला पाए, तो अब ये क्या सरकार बनाएंगे।