भोपालPublished: Sep 16, 2023 11:42:00 am
Sanjana Kumar
जंगली और खूंखार जानवर की ऐसी स्थिति देख देखने वाले यही कयास लगा रहे थे कि यह पालतू तेंदुआ होगा, लेकिन जब वन विभाग की टीम ने घटना स्थल पर जाकर तेंदुए को पकड़ा और जांच के लिए भेजा तब पता चला कि तेंदुआ दरअल अपनी याददाश्त भूल चुका था। लेकिन खुशखबरी अब यह है कि इलाज शुरू होते ही तेंदुए की सेहत अब सुधरने लगी है।
देवास के इकलेरा गांव में 18 दिन पहले काली सिंध नदी किनारे एक तेंदुए को ग्रामीणों की भीड़ ऐसे ट्रीट कर रही थी जैसे वो खूंखार जानवर तेंदुआ नहीं बल्कि भेड़-बकरी हो। उसके साथ वीडियो बना रहे थे, सेल्फी ले रहे थे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और वन विभाग की टीम के पास भी पहुंचा था। जंगली और खूंखार जानवर की ऐसी स्थिति देख देखने वाले यही कयास लगा रहे थे कि यह पालतू तेंदुआ होगा, लेकिन जब वन विभाग की टीम ने घटना स्थल पर जाकर तेंदुए को पकड़ा और जांच के लिए भेजा तब पता चला कि तेंदुआ दरअल अपनी याददाश्त भूल चुका था। लेकिन खुशखबरी अब यह है कि इलाज शुरू होते ही तेंदुए की सेहत अब सुधरने लगी है।