शहर में संपत्तिकर के कुल चार लाख 73 हजार 784 खाते हैं। इनमें करीब 80 हजार संपत्तियां तो विशुद्धतौर पर बाजारों में हैं, जबकि करीब 70 हजार मोहल्लों, कॉलोनियों में घरों में हैं। दोहरे टैक्स के तौर पर इनसे निगम सालाना करीब नौ करोड़ रुपए की अतिरिक्त वसूली कर रहा है।
ऐसे समझें दोहरे टैक्स का गणित-
हमारे यहां दुकान है, जिसका संपत्तिकर व्यवसायिक दर से लिया जाता है। साथ ही व्यवसायिक शुल्क भी लेते हैं। एक ही संपत्ति का दोहरा टैक्स ठीक नहीं है।
– सुरेश राव, अवधपुरी
दुकान है तो या तो संपत्तिकर ही ले लें या फिर व्यवसायिक शुल्क ले लें। इस तरह दोहरा टैक्स ठीक नहीं है।
– राजू मीणा, कोलार रोड
नगर निगम ने कलेक्टर गाइडलाइन से संपत्तिकर को जोड़ दिया है। शहर को सात परिक्षेत्र में बांटकर संबंधित क्षेत्र की कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार भाड़ा मूल्य तय किया जा रहा है। वार्षिक भाड़ा मूल्य 6000 रुपए से अधिक होने पर छह फीसदी से 10 फीसदी तक भुगतान वसूला जाता है।
घर यदि परिक्षेत्र एक में आता है तो 133 रुपए प्रतिवर्ग मीटर की दर से वार्षिक भाड़ा मूल्य तय किया जाता है। यदि उसमें दुकान है तो उस हिस्से के क्षेत्रफल पर संपत्तिकर की गणना 266 रुपए प्रतिवर्ग मीटर की दर से की जाती है। ऐसे में यदि संपत्तिकर सामान्य घर पर 3000 रुपए बन रहा होता है, तो दुकान की वजह से वह 3500 से 4000 रुपए तक बन जाता है।
एम्स के पास अल्कापुरी में भी मिलेगी भवन अनुज्ञा-
भोपाल. एम्स के पास अल्कापुरी कॉलोनी में बीते चार साल से बंद भवन अनुज्ञा देने की मंजूरी शुक्रवार को हो गई। यहां तय जमीन से अधिक पर निर्माण ले आउट पास कराने को लेकर लोकायुक्त में मामला दर्ज था, जिसके बाद यहां की सभी अनुमतियां बंद कर दी गई थी।