जेके हॉस्पिटल गेट से बिजली सब स्टेशन के पास कोई संकेतक नहीं लगाए गए है। सिग्नेचर 99 की तरफ से आने-वाली वाहन चालक गड्ढे में गिरकर दुर्घटना का शिकार हो रहे है। इस रोड पर 300 मीटर के दायरे में कई खतरनाक प्वाइंट हैं, जहां हादसे की पूरी गुंजाइश रहती है। रात में सडक़ों पर अधेंरा छाया रहता है। जिस कारण दुर्घटना की डर बना रहता है।ड्ड
मरीजों को होती है सांस लेने में तकलीफ
जेके हॉस्पिटल के पास बन रही सडक़ और पुल निर्माण के कारण बहुत धूल उड़ रही है। तीमारदारों का कहना है कि धूल और धुएं से मरीजों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। इतना ही नहीं, यहां पर डामर मिक्सिंग प्लांट का धुआं तो उड़ता ही है, इसके सिवा नगर निगम कर्मचारी कचरा भी जलाते हैं, जिससे हवा दूषित हो रही है।
किसी भी एजेंसी को निर्माण कार्य से संबंधित प्रॉपर प्रचार-प्रसार करना चाहिए, जिससे जनता को परेशानी नहीं हो। इसके सिवा बेरिकेड्स, सूचना पट आदि भी प्रदर्शित करने चाहिए। सीवरेज नेटवर्क प्रोजेक्ट के कार्य में इस तरह की कमी है तो कंपनी के जिम्मेदारों से सुधार कराया जाएगा।
हरीश गुप्ता, उपायुक्त, नगर निगम