अब सवाल ये भी
महापौर ने चौपाल में सुधार के निर्देश दिए थे। निगम के जलकार्य इंजीनियरों ने निरीक्षण किया था। इंजीनियर आरके अहिरवार ने इसके सुधार की पूरी प्लानिंग बना ली थी। दो दिन शटडाउन की खबरें भी जनसंपर्क विभाग के माध्यम से लोगों तक पहुंचा दी थी। फिर अचानक शटडाउन रद्द कर 86 लाख का प्रस्ताव बनाने की जरूरत क्या पड़ी? महापौर आलोक शर्मा इसे दिखवाने की बात कह रहे हैं। इधर, एक्टिविस्ट मोहम्मद फराज का कहना है कि नगर निगम ने इस लीकेज में भी कमाई का गणित जमाया है। यही कारण है कि इसे दुरुस्त करने की बजाए अलग से खर्च का प्रस्ताव बनाया।
बावडियाकलां ब्रिज के लिए टूटेगी नर्मदा लाइन, 84 लाख रुपए में करेंगे शिफ्ट
बावडिया कलां रेलवे ओवरब्रिज बीआरटीएस की ओर नर्मदा लाइन से होकर निकलेगा। ऐसे में निगम इस लाइन की शिफ्टिंग करने जा रहा है। ब्रिज से लाइन को दूर करने 84 लाख रुपए का बजट तय किया गया है। इसमें 150 से लेकर 400 डाया तक के पाइप बिछाए जाएंगे।