आरोप-ये काम नहीं हुए, जनता परेशान
एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के तहत टीटी नगर की 333 एकड़ जमीन को स्मार्ट हब बनाना बाकी है। यहां स्मार्ट एजुकेशन, हेल्थ, एनर्जी और एजुकेशन सेंटर बनने हैं। जनता की सुविधा के लिए हाउसिंग प्रोजेक्ट भी प्लान में शामिल हैं लेकिन फिलहाल विस्थापन के लिए कोई योजना नहीं बनाई गई है।
एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के तहत टीटी नगर की 333 एकड़ जमीन को स्मार्ट हब बनाना बाकी है। यहां स्मार्ट एजुकेशन, हेल्थ, एनर्जी और एजुकेशन सेंटर बनने हैं। जनता की सुविधा के लिए हाउसिंग प्रोजेक्ट भी प्लान में शामिल हैं लेकिन फिलहाल विस्थापन के लिए कोई योजना नहीं बनाई गई है।
स्मार्ट सिटी कंपनी का तर्क होटल पलाश के सामने बन रही मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में विस्थापित परिवारों के लिए 900 और 1100 वर्गफीट के 2 और 3 बीएचके फ्लैट्स बनाए जा रहे हैं। स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन केवल पात्र 3200 परिवारों को ही नई बसाहट में आवास आवंटित करेगा। पात्रता में ऐसे परिवारों को तरजीह दी जाएगी जो भोपाल में नौकरी करते हैं और उनके पास खुद का आवास नहीं है। इसके अलावा शासन से स्वीकृत प्रकरणों को आवंटन में शामिल किया जाएगा।
स्मार्ट सिटी के नाम पर अफसरों की मनमानी नहीं चलेगी। अब जनता से पूछकर ही योजनाएं बनेंगी और जनता के मुताबिक ही इनका क्रियान्वयन होगा। चुनाव के बाद नियम बदले जाएंगे।
पीसी शर्मा, विधायक, दक्षिण पश्चिम क्षेत्र
पीसी शर्मा, विधायक, दक्षिण पश्चिम क्षेत्र
स्मार्ट सिटी की योजना जनता से पूछकर ही बनाई गई थी। मनमानी के आरोप गलत हैं सब कुछ केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक हो रहा है। उमाशंकर गुप्ता, पूर्व विधायक