सिग्नल टाइमिंग-ट्रैफिक लोड में अंतर
सर्वे टीम के मुताबिक शहर के प्रमुख चौराहों पर यातायात पुलिस ने आम दिनों में सर्वे कर टाइमिंग फीड कर दिए हैं जो 24 घंटे और सातों दिन एक से चलते रहते हैं। इसे सोमवार से शुक्रवार के बीच ट्रैफिक लोड की अधिकता और शनिवार एवं रविवार सहित अवकाश दिवसों के हिसाब से रीसेट करने की जरूरत है ताकि शहर में रोज एक जैसा जाम नजर नहीं आए। ट्रैफिक पुलिस को इसके लिए स्मार्ट सिटी कंपनी के कंट्रोल कमांड सेंटर की मदद लेकर सिग्नलों की टाइमिंग को रिमोट से कंट्रोल करने की सलाह दी गई है। इसकी मदद से सीसीटीवी कैमरों की मदद से ट्रैफिक जाम वाले सिग्नलों को ग्रीन कर बाकी शहर में डायवर्ट करने की सलाह दी गई है।
इन स्थानों पर सुधार की जरूरत
प्रभात चौराहा- पुल बोगदा, अशोका गार्डन, जेके रोड और सुभाष आरओबी की तरफ से यहां ट्रैफिक आकर मिलता है। चौराहे की रोटरी और सिग्नल टाइमिंग की वजह से यहां दिन भर जाम लगा रहता है।
स्टेशन 80 फीट रोड- अशोका गार्डन से रेलवे स्टेशन जाने वाली 80 फीट रोड के दोनों तरफ पुराने अतिक्रमणों की वजह से मुख्य मार्ग काफी संकरा हो गया है। गौतम नगर, पिपलानी, अयोध्या बायपास की 100 कालोनियों के लोग यहां से प्रतिदिन स्टेशन आना जाना करते हैं।
माता मंदिर- लिंक रोड नंबर 2, मैनिट चौराहा, डिपो चौराहा का ट्रैफिक यहां आकर न्यू मार्केट की तरफ मुड़ता है। बड़ी रोटरी की वजह से सुगम यातायात में व्यवधान पैदा होता है।
काली मंदिर- लिली टॉकीज, घोड़ा नक्कास से आने वाला ट्रैफिक काली मंदिर तिराहे से सुल्तानिया अस्पताल और स्टेशन की तरफ जाता है। यहां सुल्तानिया रोड का हिस्सा लंबी ढ़लान वाला है, जाम लगने से यहां दुर्घटना की स्थिति बनती है।
बागसेवनिया थाना- होशंगाबाद रोड से बागमुगालिया, बागसेवनिया, कटारा हिल्स, बर्रई तक पहुंचने इस तिराहे से प्रतिदिन दो लाख वाहन आते जाते हैं। मुख्य मार्ग ट्रैफिक सिग्नल होने के बावजूद यहां जाम होता है।
प्रगति पेट्रोल पंप- सावरकर सेतू से बोर्ड ऑफिस तक आने जाने प्रतिदिन इस चौराहे से 4 लाख वाहन क्रॉस होते हैं। एमपी नगर और 6 नंबर की तरफ से आने वाले रास्ते भी यहां मिलते हैं जिससे यहां बॉटलनेक बना रहता है।
11 नंबर मार्केट- फ्रेक्चर अस्पताल, 10 नंबर, अरेरा कालोनी का पूरा ट्रैफिक 11 नंबर मार्केट से होकर गुजरता है। यहां शराब दुकान के सामने मार्ग काफी संकरा है। इससे जाम लगता है।
शहर के ट्रैफिक लोड को समझे बगैर सिग्नल की टाइमिंग फिक्स कर देने ट्रैफिक जाम के हालात बनेंगे। आईटीएमस, सीसीटीवी और रिमोट सिस्टम के जरिए वाहनों को एक सी स्पीड पर मूवमेंट कराया जा सकता है। यातायात पुलिस और प्रशासन को इस बारे में विस्तार से जानकारियां दी गई है। -प्रोफेसर सिद्धार्थ रोकड़े, एक्सपर्ट, मैनिट
शहर के चौक चौराहों को जाम रहित बनाने का प्रोजेक्ट आईटीएमएस के तहत शुरू किया जाएगा। इसके तहत चौक-तिराहो के आसपास कब्जे हटाकर चौड़ीकरण करेंगे और सिग्नलों की टाइमिंग को जरूरत के हिसाब से सेट किया जाएगा। -दीपक सिंह, सीईओ, स्मार्ट सिटी कंपनी