जीप चालक और बाइक सवार भाग निकले
बैरसिया रेंजर टीआर कुलस्ते ने बताया कि मजीदगड़ के जंगल से सागौन की लकड़ी की जीप से तस्करी की सूचना पर नाकेबंदी की गई। तस्करी कर रही जीप के आगे एक मोटरसाइकिल चलती हुई नजर आई। मोटरसाइकिल के रुकने का इशारा करने पर बाइक सवार और जीप चालक मौके पर अपने वाहन छोड़ भाग निकले। जीप की जांच में सागौन की लकड़ी बरामद हुई जिसकी कीमत लगभग 35 हजार, जब्त जीप की कीमत पांच लाख रुपए और मोटरसाइकिल की कीमत 35 हजार रुपए के लगभग होने का अनुमान है।
बैरसिया रेंजर टीआर कुलस्ते ने बताया कि मजीदगड़ के जंगल से सागौन की लकड़ी की जीप से तस्करी की सूचना पर नाकेबंदी की गई। तस्करी कर रही जीप के आगे एक मोटरसाइकिल चलती हुई नजर आई। मोटरसाइकिल के रुकने का इशारा करने पर बाइक सवार और जीप चालक मौके पर अपने वाहन छोड़ भाग निकले। जीप की जांच में सागौन की लकड़ी बरामद हुई जिसकी कीमत लगभग 35 हजार, जब्त जीप की कीमत पांच लाख रुपए और मोटरसाइकिल की कीमत 35 हजार रुपए के लगभग होने का अनुमान है।
स्थानीय कर्मचारियों की सक्रियता पर सवाल
नजीराबाद इलाके में लकड़ी तस्कर सक्रिय हैं। साजिद कादरी और नारायण वर्मा इलाके के प्रभारी है। रेंजर कुलस्ते का कहना है कि जहां कटाई हुई है वहां आस-पास के वन्य क्षेत्र की स्थिति और स्टाफ की सक्रियता की जांच कराई जाएगी।
नजीराबाद इलाके में लकड़ी तस्कर सक्रिय हैं। साजिद कादरी और नारायण वर्मा इलाके के प्रभारी है। रेंजर कुलस्ते का कहना है कि जहां कटाई हुई है वहां आस-पास के वन्य क्षेत्र की स्थिति और स्टाफ की सक्रियता की जांच कराई जाएगी।
अंतरराज्यीय गिरोह हो सकता है सक्रिय
तस्करों गिरोह से जब्त वाहन राजगढ़ जिले में रस्टिर्ड हैं। अब तक की जांच में मिले सूत्रों से अधिकारियों को इस बात की भी आशंका हो चली है कि तस्करों के तार राजस्थान से भी जुड़े हो सकते हैं।
तस्करों गिरोह से जब्त वाहन राजगढ़ जिले में रस्टिर्ड हैं। अब तक की जांच में मिले सूत्रों से अधिकारियों को इस बात की भी आशंका हो चली है कि तस्करों के तार राजस्थान से भी जुड़े हो सकते हैं।
इधर रातापानी में भी गिरोह सक्रिय
मंडीदीप. औबेदुल्लागंज वन परिक्षेत्र में आने वाले रातापानी वन अभ्यारण में इन दिनों बड़े पैमाने पर अवैध रूप से सागौन के पेड़ काटे जाने का मामला सामने आया है। अभ्यारण के अंतर्गत आने वाली वन विभाग की बरखेड़ा रेज के बोरपानी, उमरिया में कई किमी क्षेत्र में लकड़ी चोरों ने जंगल का जंगल साफ कर दिया है। कमाल की बात यह कि यहां इतनी बड़ी संख्या में सागौन के पेड़ों की अवैघ कटाई हो रही है और वन विभाग का अमला खामौश है।
मंडीदीप. औबेदुल्लागंज वन परिक्षेत्र में आने वाले रातापानी वन अभ्यारण में इन दिनों बड़े पैमाने पर अवैध रूप से सागौन के पेड़ काटे जाने का मामला सामने आया है। अभ्यारण के अंतर्गत आने वाली वन विभाग की बरखेड़ा रेज के बोरपानी, उमरिया में कई किमी क्षेत्र में लकड़ी चोरों ने जंगल का जंगल साफ कर दिया है। कमाल की बात यह कि यहां इतनी बड़ी संख्या में सागौन के पेड़ों की अवैघ कटाई हो रही है और वन विभाग का अमला खामौश है।
बरखेड़ा रेंज में सागौन के पेड़ों की कटाई का आलम यह है कि बैखोफ लकड़ी माफिया जंगल में आग लगाकर पेड़ काटते हैं और बाकायदा जरूरत के मुताबिक लकडिय़ों की सिल्लियां बनाकर ले जाते हैं। इस संबंध में औबेदुल्लागंज डीएफओ एपीएस सेंगर से बात करना चाही, लेकिन मोबाइल लगातार बंद होने से सम्पर्क नहीं हो सका।
इससे पहले भी हो चुकी है पेड़ों की कटाई
बरखेड़ा रेंज में इससे पहले बड़े पैमाने पर कटाई हुई थी। उस समय मामला वन विभाग के संज्ञान में आने के बाद न केवल उसकी जांच की गई बल्कि दोसी कर्मचारी और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी गई थी। बावजूद इसके वन अमला अवैध कटाई को न केवल रोकने में नाकाम है बल्कि लगातार इसकी अनेदेखी कर रहा है।
बरखेड़ा रेंज में इससे पहले बड़े पैमाने पर कटाई हुई थी। उस समय मामला वन विभाग के संज्ञान में आने के बाद न केवल उसकी जांच की गई बल्कि दोसी कर्मचारी और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी गई थी। बावजूद इसके वन अमला अवैध कटाई को न केवल रोकने में नाकाम है बल्कि लगातार इसकी अनेदेखी कर रहा है।
– बरखेड़ा रेंज में सागोन के पेड़ काटने का मामला सामने आया है, इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं, इसमें जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
बीके मिश्रा, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक भोपाल