नौवीं की छात्रा प्रज्ञा श्रीवास्तव ने कहा कि सोशल मीडिया पर अपने विचारों को साझा कर सकते हैं। समाज और व्यक्तिगत प्रगति के लिए उपलब्ध कई अवसरों के बारे में भी बता सकते हैं। आएशा खान ने कहा सोशल मीडिया की बड़ी खामी यह है कि हमारी गोपनीयता का खुलासा कई लोगों के साथ किया जाता है, जिनसे हम परिचित नहीं हैं। नवमी की ही आरूष मालवीय ले कहा कि सोशल मीडिया पर बहुत अधिक समय बिताने से कई स्वास्थ्य संबंधी विकार, मानसिक अशांति, अपने दैनिक कार्यों से विचलित हो जाना आदि समस्याऐं उत्पन्न हो जाती हैं। इन सब के अलावा यह वास्तविक संचार कौशल को कमजोर करता है। स्कूल प्रिंसिपल सिस्टर कृपा सीएमसी ने स्कूल में छात्रोन्मुखी कार्यशाला को बढ़ावा देने की पहल के लिए भोपाल आर्च डायसिस को धन्यवाद दिया।