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साठ लाख तो फूंक डाले, सिग्नल फिर भी पड़े बंद

locationभोपालPublished: Feb 26, 2019 08:54:39 am

नए शहर की आठ लोकेशन पर ऊर्जा विकास निगम ने इन सिग्नल्स पर 60.44 लाख रुपए की धनराशि खर्च की थी

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साठ लाख तो फूंक डाले, सिग्नल फिर भी पड़े बंद

भोपाल. शहर में ऊर्जा विकास निगम द्वारा लगभग ढाई वर्ष पहले आठ लोकेशंस पर लगाए सोलर ट्रैफिक सिग्नल्स अधिकतर बीमार ही दिखाई देते हैं। इन सिग्नल्स के अकसर बंद रहने से बार-बार ट्रैफिक जाम रहता है और दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। पीक ऑवर्स में तो आगे निकलने की हड़बड़ी में वाहन टकरा भी जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि लगभग ढाई वर्ष पहले ऊर्जा विकास निगम ने सौर ऊर्जा चालित ट्रैफिक सिग्नल्स नए शहर के 8 महत्वपूर्ण चौराहों-तिराहों पर लगाए थे। सोलर प्लेट से जनित ऊर्जा से ये ट्रैफिक सिग्नल संचालित किए जाने थे। इन स्थानों में 10 नम्बर, डिपो चौराहा, तरण पुष्कर, शिवाजी नगर, अर्जुन नगर, 1250 अस्पताल, नेहरू नगर आदि चौराहे-तिराहे शामिल थे। आधिकारिक तौर पर बताया गया कि एक चौराहे पर सोलर सिग्नल की लागत लगभग दस लाख रुपए और तिराहे पर सिग्नल की लागत 7-8 लाख रुपए आई है। सोलर सिग्नल लगाने वाले विभाग को तीन वर्षों में तक इनका मेंटिनेंस देखना था। इन सिग्नल्स में अधिकांश तो अकसर खराब रहते हैं, लेकिन भारत माता चौराहा (डिपो चौराहा) और नेहरू नगर चौराहा पर लगे सोलर सिग्नल अभी तक शुरू ही नहीं हो पाए हैं, जबकि इनके मेंटिनेंस की अवधि पूरी होने वाली है। कुछ सोलर सिग्नल्स की मेंटिनेंस अवधि पूरी भी हो चुकी है। सिग्नल बंद होने के चलते अकसर ट्रैफिक जाम रहता है और दुर्घटनाओं की आशंका रहती है। अस्त-व्यस्त ट्रैफिक के चलते वाहन चालकों में अकसर कहासुनी भी हो जाती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
एक चौराहे पर सौर ऊर्जा चालित ट्रैफिक सिग्नल लगाने के लिए 150-200 वाट या 1 से 1.2 किलावाट ऊर्जा की जरूरत होती है। इसके लिए अधिकतम खर्च 65-70 हजार रुपए आ सकता है। यदि सिग्नल लाइट ऊपर और नीचे दोनों जगह लगाई जाती है, तो उसी अनुपात में इसका खर्च बढ़ जाएगा। तिराहे की सिग्नल लाइट में एक लाइट का करीब 25 प्रतिशत खर्च कम हो जाएगा।
– प्रो. प्रशांत बारेदार, एनर्जी डिपार्टमेंट, मेनिट

इन ट्रैफिक सिग्नल्स को ऊर्जा विकास निगम ने लगाया है। इन्हें ट्रैफिक पुलिस अपने हिसाब से संचालित करती है। जहां ट्रैफिक सिग्नल बंद होने की शिकायत होती है, उन्हें ठीक करवा दिया जाता है। भारत माता चौराहे और नेहरू नगर चौराहे के सिग्नल निर्माण कार्य के चलते बंद किए गए हैं। ट्रैफिक पुलिस की ओर से अभी किसी सिग्नल बंद होने की शिकायत नहीं मिली है।
– सुरेन्द्र वाजपेयी, ईई, ऊर्जा विकास निगम
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