भाजपा
नरेंद्र सिंह तोमर, मुरैना प्रत्याशी व केंद्रीय मंत्री
चिर-परिचित शैली में भाषण देना। भाषण के अलावा कम बोलते हैं। प्रचार में भी जुबानी वार्तालाप कम करते हैं। भाषण में मोदी और अपने केंद्रीय मंत्री कार्यकाल के कामों पर फोकस। ठकुराई स्टाइल में बड़े मुद्दों को गंभीर व्यंग्यात्मक तरीके से भाषणों में शामिल कर रहे हैं। मोदी के कार्यकाल, सर्जिकल स्ट्राइक और राहुल गांधी परिवार पर बयानबाजी करते हैं।
– प्रज्ञा ठाकुर, भोपाल प्रत्याशी व मालेगांव विस्फोट की आरोपी
पूरी तरह हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद पर फोकस। ज्यादातर अपने ऊपर पर हुए अत्याचारों का हवाला देती हैं। इमोशनल कार्ड भी खेल रही हैं। आक्रामक, इमोशनल और हिन्दुत्व आधारित भाषण शैली। चुनाव को राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व पर लडऩे का प्रयास। भाषण धर्म-राष्ट्रवाद, राम-मंदिर मुद्दे, अपने पर प्रताडऩा, पाकिस्तान और आतंकवाद पर फोकस रहता है।
– राकेश सिंह, जबलपुर प्रत्याशी व सांसद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का भाषणों में खूब उल्लेख करते हैं। सधे हुए भाषण देते हैं। राष्ट्रवाद, सर्जिकल स्ट्राइक, चौकीदार कैंपेन का बार-बार हवाला देते हैं। राहुल गांधी परिवार पर खूब निशाना साधना। प्रियंका व उनके पति राबर्ट वाड्रा पर निशाना। ज्यादातर राष्ट्रीय मुद्दों पर बोलना।
– नंदकुमार सिंह चौहान, खंडवा प्रत्याशी व मौजूदा सांसद
चिर-परिचित आक्रामक शैली ही चल रही। मोदी के काम, राष्ट्रवाद, सर्जिकल स्ट्राइक तक का भाषणों में उल्लेख। प्रदेश में भाजपा के कार्यकाल और कांग्रेस की नई सरकार के कामों की तुलना करके सबक की नसीहतें, बिजली का उल्लेख, तबादला उद्योग पर निशाना। कांग्रेस व गांधी परिवार पर खूब अटैक।
नरेंद्र सिंह तोमर, मुरैना प्रत्याशी व केंद्रीय मंत्री
चिर-परिचित शैली में भाषण देना। भाषण के अलावा कम बोलते हैं। प्रचार में भी जुबानी वार्तालाप कम करते हैं। भाषण में मोदी और अपने केंद्रीय मंत्री कार्यकाल के कामों पर फोकस। ठकुराई स्टाइल में बड़े मुद्दों को गंभीर व्यंग्यात्मक तरीके से भाषणों में शामिल कर रहे हैं। मोदी के कार्यकाल, सर्जिकल स्ट्राइक और राहुल गांधी परिवार पर बयानबाजी करते हैं।
– प्रज्ञा ठाकुर, भोपाल प्रत्याशी व मालेगांव विस्फोट की आरोपी
पूरी तरह हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद पर फोकस। ज्यादातर अपने ऊपर पर हुए अत्याचारों का हवाला देती हैं। इमोशनल कार्ड भी खेल रही हैं। आक्रामक, इमोशनल और हिन्दुत्व आधारित भाषण शैली। चुनाव को राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व पर लडऩे का प्रयास। भाषण धर्म-राष्ट्रवाद, राम-मंदिर मुद्दे, अपने पर प्रताडऩा, पाकिस्तान और आतंकवाद पर फोकस रहता है।
– राकेश सिंह, जबलपुर प्रत्याशी व सांसद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का भाषणों में खूब उल्लेख करते हैं। सधे हुए भाषण देते हैं। राष्ट्रवाद, सर्जिकल स्ट्राइक, चौकीदार कैंपेन का बार-बार हवाला देते हैं। राहुल गांधी परिवार पर खूब निशाना साधना। प्रियंका व उनके पति राबर्ट वाड्रा पर निशाना। ज्यादातर राष्ट्रीय मुद्दों पर बोलना।
– नंदकुमार सिंह चौहान, खंडवा प्रत्याशी व मौजूदा सांसद
चिर-परिचित आक्रामक शैली ही चल रही। मोदी के काम, राष्ट्रवाद, सर्जिकल स्ट्राइक तक का भाषणों में उल्लेख। प्रदेश में भाजपा के कार्यकाल और कांग्रेस की नई सरकार के कामों की तुलना करके सबक की नसीहतें, बिजली का उल्लेख, तबादला उद्योग पर निशाना। कांग्रेस व गांधी परिवार पर खूब अटैक।