अमृत सरोवर योजना के तहत बनाए जा रहे तालाब की मदद से आस-पास की बंजर खेती को भी पर्याप्त पानी मिलेगा। पानी पर्याप्त मात्रा में रहेगा तो अन्य फसल भी वह कर सकेंगे। बता दें कि आस-पास कोई तालाब य जलस्रोत न होने से यहां का ग्राउंड वॉटर भी कम होता चला गया था। बोर सूखने लगे, नल जल योजना के तहत किए गए प्रयासों ने भी दम तोड़ दिया थ। गर्मी में यहां के लोग-पशु परेशान रहने लगते हैं और खेत बंजर हो जाते हैं। टैंकरों से गुजारा करते हैं। इसी समस्या से निपटने के लिए जिला पंचायत के सहयोग से स्थानीय लोगों ने कमर कस ली।
सीईओ जिला पंचायत ऋतुराज ङ्क्षसह ने बताया कि तालाब बनने के बाद यहां पर एक पार्क को विकसित किए जाएगा। वहां पर एक झंडा लगाया जाएगा। 15 अगस्त 26 जनवरी व अन्य मौकों पर लोग वहां एकत्र हो सकेंगे। भविष्य में तालाब और उसके पानी को कैसे सुरक्षित रखा जाएगा इसको लेकर भी गांव के लोगों से चर्चा हुई है।
इस प्रकार के 100 तालाब बनने हैं जिले में
अमृत सरोवर योजना के तहत जिले में इस तरह के 100 तालाबों का निर्माण किया जाना है। इसमें ऐसे जिलों का चयन करना है जहां पानी की भयावह स्थिति है। एक बार तालाब में पानी स्टोर हो गया तो उससे आस-पास के लोगों की समस्या तो दूर होगी। वहीं अंडरग्राउंड वॉटर भी रिचार्ज होगा।
अमृत सरोवर योजना के तहत जिले में इस तरह के 100 तालाबों का निर्माण किया जाना है। इसमें ऐसे जिलों का चयन करना है जहां पानी की भयावह स्थिति है। एक बार तालाब में पानी स्टोर हो गया तो उससे आस-पास के लोगों की समस्या तो दूर होगी। वहीं अंडरग्राउंड वॉटर भी रिचार्ज होगा।
अमृत सरोवर योजना के तहत गुनगा में तलाब का निर्माण किया गया है। इससे यहां वर्षों पुराने पानी की समस्या का समाधान होगा। ग्राउंड वॉटर भी रीचार्ज होगा।
अविनाश लवानिया, कलेक्टर
अविनाश लवानिया, कलेक्टर