टीआई राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि मकान-214 सी-सेक्टर इंद्रपुरी निवासी 87 वर्षीय रविंद्रपाल सिंह बीएचईएल से रिटायर हैं। उनकी पत्नी रामवती का निधन 1997 में हो चुका है। उनके 2 बेटे हैं। बड़ा बेटा प्रवीण सिंह तथा दूसरा बेटा संजय है। एक बेटी अंजना है। छोटा बेटा संजय सन्यासी हो गया है। बड़ा बेटा प्रवीण सिंह तथा बहू अल्का सिंह बुजुर्ग के साथ रहते थे।
बुजुर्ग ने पुलिस को बताया कि करीब दो महीनों से बहू अल्का तथा बेटा प्रवीण उन्हें आए दिन परेशान कर प्रताडि़त करने लगे। उनकी वृद्ध अवस्था की वजह से उन्हें एक आंख से दिखाई नहीं देता। वह चलने-फिरने में असमर्थ हो गए हैं। उनके साथ बेटे-बहू गाली-गलौज करते हंै। उन्हें चप्पलों से मारते हैं। बहु उनके ऊपर झूठे-झूठे इल्जाम लगाती है। खाने-पीने को भी नहीं देती है। बेटा प्रवीण भी बहू अल्का का साथ देता है। दोनों ने उनके मकान पर कब्जा कर घर से निकाल दिया। वर्तमान में वह मकान नंबर 39 ए प्रगति नगर थाना अशोका गार्डन में किराए से रह रहे हैं।
टिफिन मंगाकर भर रहे पेट
वह टिफिन मंगाकर अपना भरण पोषण कर रहे हैं। बुजुर्ग ने अपना मकान वापिस मांगते हुए बेटे-बहू पर कार्यवाही की मांग की है। बेटे-बहू की प्रताडऩा पर पुलिस ने भरण-पोषण अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। बताया गया कि बहू-बेटे बुजुर्ग को कई साल से परेशान कर रहे हैं।