जानकारी के अनुसार, राजधानी के बागसेवनिया स्थित पुरानी बस्ती में आईटीआई सेकंड ईयर के छात्र ने शनिवार दोपहर को घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि उसका इंटरनेट पैक खत्म हो गया था। उसने सुबह में मां से बोला कि मोबाइल में इंटरनेट पैक डलवा दीजिए। इस दौरान मां ने उसे समझाया कि लॉकडाउन की वजह से पैसों की किल्लत है। 3 महीने की जगह 1 महीने का करवा दूंगी।
मां से कर रहा था झगड़ा इसे लेकर बेटे ने मां के साथ झगड़ा शुरू कर दिया। झगड़े के बाद वह अपने कमरे में चला गया। गेट बंद कर उसने फांसी लगा ली। परिवार के लोगों ने जब देखा तो पूरे मोहल्ले में कोहराम मच गया। छात्र के पिता ने बताया कि हम 3 बेटों और पत्नी के साथ यहां रहते हैं। बागमुगलिया में 1 प्लॉट लिया है, जहां मकान बनवा रहे हैं। इसे लेकर मैं छोटे बेटे के साथ प्लॉट पर चला गया था। पत्नी भी दोपहर 1 बजे हम लोगों के लिए वहां खाना लेकर पहुंच गई थी और नीरज घर में अकेले था।
इंटरनेट पैक की जिद नीरज की मां ने प्लॉट पर जाकर पिता को जानकारी दी कि वह पबजी के लिए इंटरनेट पैक डलवाने की जिद कर रहा है। मैं एक महीने के लिए बोलीं तो वह मुझसे ही झगड़ा करने लगा। वहीं, दोपहर ढाई बजे के करीब नीरज का भाई सूरज घर लौटा तो देखा कि भाई फांसी के फंदे से लटका हुआ है। पड़ोसी की मदद से वह छत के रास्ते घर में दाखिल हुआ और नीरज को अस्पताल ले गया। डॉक्टरों ने वहां उसे मृत घोषित कर दिया।