जल्द ही आरपीएफ को मिलेंगे ट्रेन में लूट, चोरी की घटनाओं के मामले में कार्रवाई के अधिकार : DG RPF
अभी इन मामलों में आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज करने का अधिकार जीआरपी के पास हैं... रेलवे के नर्मदा क्लब में आयोजित सुरक्षा सम्मेलन में शामिल हुए आरपीएफ के महानिदेशक

भोपाल। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक (डीजी) अरुण कुमार रविवार को भोपाल में आयोजित सुरक्षा सम्मेलन में पहुंचे। रेलवे के नर्मदा क्लब में आयोजित सुरक्षा सम्मेलन में आरपीएफ डीजी ने कहा कि हमें आरपीएफ का ईमेज को और बेहतर बनाना है। ई-टिकट की कालाबाजारी को पूरी तरह से बंद करना है इसके अलावा साइबर सेल की मदद से डेटा एनालिसिस आदि की सहायता से अपराध पर लगाम लगाना है। डिजिटल एवीडेंस कैसे कलेक्ट करें इसके बारे में स्टाफ को जानकारी दी। डीजी अरुण कुमार ने कहा कि जल्द ही आरपीएफ को आईपीसी की कुछ धाराएं मिलने जा रही हैं। जिसमें ट्रेन में चोरी, मारपीट, महिला अपराध आदि से जुड़े मामले शामिल हैं। इन मामलों में कार्रवाई व पड़ताल के लिए स्टाफ को ट्रेनिंग दी जाएगी।
बता दें, अभी तक ट्रेनों में चोरी, विवाद, मारपीट व कानून-व्यवस्था से जुड़े मामलों में आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज करने का अधिकार शासकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के पास हैं। आरपीएफ डीजी ने बताया कि जल्द ही आईपीसी की धारा 378, 379, 380 में कार्रवाई के अधिकार मिल जाएंगे। सुरक्षा सम्मेलन में उन्होंने आरपीएफ स्टाफ से उनकी परेशानियों के बारे में जाना और उसका समाधान भी किया, साथ ही यात्री सुरक्षा को लेकर निर्देश भी दिए। इस दौरान उन्हें डिवीजन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
ह

10 साल में पद नहीं लेकिन वेतन में प्रमोशन जरूर होगा
भोपाल रेल मंडल के आरपीएफ सीनियर कमांडेंट बी. रामा कृष्णा ने बताया कि सुरक्षा सम्मेलन में डीजी ने स्टाफ को एमएसीपीएस (मॉडीफाईड एश्योरड कैरियर प्रोग्रेशन स्कीम) के बारे में भी बताया। आरपीएफ के जवान को पूरे करियर में अधिकतम तीन प्रमोशन मिलते हैं। लेकिन मौजूदा स्थिति में 10 साल में मिलने वाला प्रमोशन करीब 25 साल बाद मिल रहा है। एमएसीपीएस में स्पष्ट है कि यदि किसी स्टाफ को प्रमोशन नहीं मिलता है तो उसके करियर के हर 10 साल बाद अगले पद का वेतन मिलेगा। इसके अलावा वरिष्ठता को दर्शाने के लिए संबंधित स्टाफ वर्दी पर एक अतिरिक्त सफेद रिबन भी लगा सकेगा।

अब पाइए अपने शहर ( Bhopal News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज