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तेल के दामों में फिर उछाल, 1650 पर पहुंचा सोयाबीन, जानिए और कब तक बढ़ेंगे दाम

locationभोपालPublished: May 01, 2022 06:50:32 pm

Submitted by:

deepak deewan

मूंगफली तेल भी महंगा हुआ

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मूंगफली तेल भी महंगा हुआ

भोपाल। तेल के दामों में एक बार फिर उछाल आया है। कुछ दिनों से स्थिर बने भाव एक बार फिर बढ़ गए हैं। सोयाबीन तेल जहां 1650 पर पहुंच गया है वहीं मूंगफली तेल भी महंगा हुआ है। दुनिया के सबसे बड़े पाम उत्पादक इंडोनेशिया द्वारा क्रूड पाम तेल और आरबीडी पाम तेल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद दुनियाभर में खाद्य तेल बाजारों में तेजी है। इसी वैश्विक तेजी का प्रदेश के बाजारों पर भी असर दिख रहा है। तेल के दाम अभी और बढ़ने की आशंका है।

प्रदेश के सबसे बड़े इंदौर बाजार में मूंगफली तेल 1700 रुपए प्रति 10 किलो तक के भाव में बिका। व्यापारियों के मुताबिक मूंगफली तेल की सप्लाई कम होने की वजह से दामों में 20 रुपये की तेजी देखी गई। इसी तरह सोयाबीन तेल भी 10 रुपये बढ़कर 1650 रुपये प्रति दस किलो बिका। तेल के भाव कम होने के बाद कुछ दिनों से थमे हुए थे लेकिन अब इनमें फिर बढ़ोत्तरी होने लगी है।

व्यापारी बताते हैं कि वैश्विक कारणों के साथ ही अक्षय तृतीया और वैवाहिक आयोजनों की मांग के कारण तेल के दाम में अभी कमी होने के कोई आसार नहीं है. अभी तेल के दाम में मजबूती बनी रहेगी। हालांकि भारत सरकार नें 5.5 लाख टन सोया डीओसी के आयात की अनुमति दे दी है लेकिन इससे बाजार में कोई खास नहीं पड़नेवाला।

तेल के भाव— प्रति दस किलो के भाव
लूज मूंगफली तेल 1690-1700
मुंबई मूंगफली तेल 1690
इंदौर सोयाबीन रिफाइंड 1650
इंदौर सोयाबीन साल्वेंट 1625-1630
मुंबई सोया रिफाइंड 1625-1635

इसलिए कम होने के आसार नहीं हैं दाम
— इंडोनेशिया द्वारा क्रूड पाम तेल और आरबीडी पाम तेल के निर्यात पर प्रतिबंध
— रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पहले से ही विश्व में खाद्य तेलों की बड़ी कमी
— यूक्रेन सूरजमुखी तेल का बड़ा उत्पादक है। युद्ध के कारण निर्यात नहीं हो रहा
— यूरोप के देशों में भी खाद्य तेलों की महंगाई और कमी

तेल कब हो सकता है सस्ता
— इंडोनेशिया का रूख करीब डेढ़ माह में नरम पड़ सकता है।
— भारत 72 प्रतिशत से ज्यादा खाद्य तेल अब ब्राजील से आयात करेगा
— सरसों के अच्छे उत्पादन ने तेल बाजार को सहारा दिया है।
— मंडियों में सरसों की आवक अब भी अच्छी है, इससे कुछ राहत मिल सकती है।

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