scriptसांसद प्रज्ञा ठाकुर को धमकी भरा पत्र भेजने वाले डॉ. रहमान के खाने और कपड़ों तक का रखा जा रहा है खास ध्यान | Special attention is being paid to Dr. Rahman who sent threatening le | Patrika News

सांसद प्रज्ञा ठाकुर को धमकी भरा पत्र भेजने वाले डॉ. रहमान के खाने और कपड़ों तक का रखा जा रहा है खास ध्यान

locationभोपालPublished: Jan 23, 2020 02:09:30 pm

मानसिक रोगी है डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान, उसका मनोरोग संबंधी इलाज चल रहा है। उसके परिवार के अन्य सदस्य भी उसके साथ नहीं हैं। सभी उसके अस्वस्थ्य होने के कारण दूरी बनाकर ही रखते हैं।

सांसद प्रज्ञा ठाकुर को धमकी भरा पत्र भेजने वाले डॉ. रहमान के खाने और कपड़ों तक का रखा जा रहा है खास ध्यान

सांसद प्रज्ञा ठाकुर को धमकी भरा पत्र भेजने वाले डॉ. रहमान के खाने और कपड़ों तक का रखा जा रहा है खास ध्यान

भोपाल. सांसद प्रज्ञा ठाकुर को धमकीभरा और केमिकलयुक्त पत्र भेजने वाले आरोपी डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान मानसिक रोगी है। उसका मनोरोग संबंधी इलाज चल रहा है। नांदेड़ पुलिस ने इसकी पूरी जानकारी मप्र पुलिस और जांच एजेंसी एटीएस को सौंपी है। जब मप्र की जांच एजेंसी व पुलिस डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान को हिरासत में लेने के लिए पहुंची थी, तब उसकी पत्नी ने कहा था कि इलाज चल रहा है और हम खुद इनकी मनोस्थिति अस्थिर होने से परेशान हैं। आप ले जा रहे हैं तो ले जाइए, लेकिन मेरे पति डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान का इलाज चल रहा है।
अन्य डॉक्टरों से परीक्षण करवाया
इधर, मप्र की जांच एजेंसी ने भी डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान का अन्य डॉक्टरों से परीक्षण करवाया और इलाज संबंधी पुरानी रिपोट्रर्स देखी हैं। इसके लिहाज से डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान की दवाइयों का प्रबंध और खान-पान, रहने और कपड़ों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि कहीं वह और अधिक अवसाद में न चला जाए। इसलिए डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान को पुलिस हिरासत जैसा माहौल भी नहीं दिया जा रहा है। आरोपी डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान के पांच बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी 12 साल की है। पत्नी के अलावा डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान के परिवार वाले अन्य सभी सदस्य उसके साथ नहीं हैं। सभी का तर्क है कि अस्वस्थ्य होने के कारण परिजन डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान से दूरी बनाकर ही रखते हैं।
क्लीनिक पर लगती है मरीजों की लंबी लाइन
एटीएस ने आरोपी डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान को सात दिन की पुलिस रिमांड पर ले रखा है। एटीएस की अब तक की छानबीन में सामने आया है कि आरोपी डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान मूल रूप से होम्योपैथी डॉक्टर है और क्लीनिक चलाता है। जब एटीएस डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान को हिरासत में लेने पहुंची तो उन्हें भी यहां मरीजों की लंबी कतार का सामना करना पड़ा। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान खुद मनोरोगी होने के बावजूद कई मरीजों का इलाज करता था। एटीएस इस बिंदु पर भी पूछताछ करेगी। काल्पनिक आतंकी संगठन में जिन्हें शामिल किया गया उन सभी लोगों के अलावा क्लीनिक पर आने वाले मरीजों से भी आरोपी डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान के संबंध में पूछताछ की जाएगी।
वकीलों ने भाई का साथ दिया तो उन्हें भी संगठन का सदस्य बताया
डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान ने दो वकीलों को भी आतंकी संगठन का पदाधिकारी बताया है। एटीएस ने जब वकीलों को इसमें शामिल करने की वजह पूछी तो आरोपी डॉ. सैय्यद अब्दुल उर रहमान ने तर्क दिया कि इन्होंने मेरे खिलाफ चल रहे दोनों केस में मेरे भाई हफीज के साथ मिलकर पैरवी की थी। मेरे खिलाफ केस लडऩे के कारण इनका नाम जोड़ा दिया।
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