– स्क्रीनिंग का रास्ता इसी कमी के कारण
सरकार ने जांच किट की कमी के कारण स्क्रीनिंग को प्राथमिकता पर रखा है। इसके तहत सामान्य लोगों की पहले मेडिकल जांच होती है। इसमें पल्स, बीपी, ऑक्सीजन और टेम्पे्रचर चेक किया जाता है। यदि यह चारों नॉर्मल हैं, तो कोरोना जांच नहीं की जाती। जबकि, आईएएस सहित अन्य रसूखदारों के मामले में यह प्रक्रिया नहीं अपनाई जा रही है।
– पॉजिटिव के दायरे वालों की जांच
आईएएस अफसरों के मामले में यह तर्क दिया गया है कि पॉजिटिव मरीजों के दायरे वालों का सीधा टेस्ट किया जाता है। लेकिन, इस मापदंड को भी अनदेखा करके इनमें से केवल वीवीआईपी की जांच की गई है।
– सैंपल की स्थिति (5 अप्रेल तक)
2812 लिए
1954 नेगेटिव
216 पॉजिटिव
642 रिपोर्ट बाकी
– अप्रेल किस दिन कितने सैंपल
05 – 518
04 – 897
03 – 683
02 – 127
01 – 339
– यहां है जांच की सुविधा
भोपाल एम्स, जीएमसी भोपाल, बीएचएमआरसी भोपाल, मेडिकल कॉलेज इंदौर, एनआईआरटीएच जबलपुर व डीआरडीई ग्वालियर में जांच की सुविधा है। अब पांच लैब और बनाई जानी हैं, लेकिन इसमें समय लगेगा।
– बढ़ाई जा रही है जांच की क्षमता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना रिव्यू के तहत जांच की क्षमता को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत हर दिन औसत 1000 जांच की क्षमता को विकसित किया जा रहा है। हालांकि, अभी इसमें एक हफ्ते का समय लग सकता है।