एम्स भोपाल इंटरवेंशनल पेन विशेषज्ञ डॉ. जेपी शर्मा के मुताबिक इस दर्द की जांच कर इसके उद्भव का पता लगाकर उस जगह विशेष दवा का इंजेक्शन लगाया जाता है। इससे दर्द हमेशा के लिए दूर हो सकता है। आम तौर पर लोग पेन मैनेजमेंट थेरेपी के बारे में ज्यादा नहीं जानते। टाटा मेमोरियल अस्पताल मुंबई के डॉ. रघु थोटा और फोर्टिस अस्पताल दिल्ली के पेन मैनेजमेंट एक्सपर्ट डॉ. मधुर ***** ने पेन मैनेजमेंट के बारे में अपने अनुभव साझा किए।
इस तरह के दर्द का होता है इलाज
कैंसर का दर्द, जोड़ों का दर्द, रीढ़ की हड्डी का दर्द, गर्दन का दर्द, ऑपरेशन के बाद का दर्द, न्यूरोलॉजिकल दर्द में इससे निजात मिलती है।
शुरू हुई पेन क्लीनिक
भोपाल एम्स में इंटरवेंशन पेन मैनेजमेंट क्लीनिक की शुरुआत की गई। प्रदेश में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में इस क्लीनिक की शुरुआत की गई। पेन एक्सपर्ट डॉ. अनुज जैन के मुताबिक विदेशों में बड़ी संख्या में पेन स्टडी के विशेषज्ञ हैं, लेकिन हमारे देश में अब यह तकनीक बढ़ रही है। हर हॉस्पिटल में पेन मैनेजमेंट पॉलिसी होना चाहिए, ताकि मरीजों को छोटी-मोटी समस्या में सर्जरी न करवाना पड़े।
पुराना दर्द होगा दूर
डॉ. चोटा ने बताया कि लगभग सभी दर्द नसों में खिंचाव या नस दबने के कारण होते हैं। आमतौर पर इसका निदान सर्जरी ही माना जाता है। लेकिन इससे उस पूरे अंग को नुकसाना होता है। पेन मैनेजमेंट में एक निडिल (सुई) के आकार का कैमरा दर्द की मूल जड़ तक भेजा जाता है। वजह पता करने के बाद नस के उस सटीक स्थान पर इंजेक्शन से दवाई डाली जाती है। इससे वह दर्द खत्म हो जाता है।