नानाखेड़ी पुल के पास स्थित एक हार्डवेयर के मालिक ओमप्रकाश सिंघल ने सितंबर माह में पुलिस को एक शिकायत कर पुल के पास खाली पड़ी सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए नपा के वार्ड दो की पार्षद संध्या रघुवंशी के पति केपी रघुवंशी के विरुद्ध धमकाने का आरोप लगाया था।
इसके बाद केपी रघुवंशी ने उस जमीन पर गुमठी भी जमा ली। इसकी शिकायत भी पुलिस प्रशासन को की गई, इसी के चलते एक दिसम्बर को केपी रघुवंशी व उसके साथ आए अन्य युवकों ने दुकान के कर्मचारी मोतीलाल अहिरवार के साथ गाली-गलौज और मारपीट कर दुकान में तोडफ़ोड़ कर दी।
कैंट पुलिस ने केपी रघुवंशी व तीन अन्य के विरुद्ध आईपीसी की धारा 323, 294, 506, 427 और 34 एवं एससी-एसटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया है। पहले ग्वालियर में पार्षद ने दर्ज कराया था केस…
अभी कुछ माह पूर्व ही ग्वालियर में सीवेज और सड़कों की खराब स्थिति की समस्या को लेकर अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले एक पार्षद के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे लगभग 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने पार्षद की शिकायत पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौर ने बताया था कि पार्षद की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मंगलवार को मामला दर्ज किया गया। इसके दूसरे दिन सवर्णों ने इस पर विरोध दर्ज कराया। मामला तूल पकड़ने पर थाटीपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया है। हालांकि, राठौर ने इसके कारणों का खुलासा करने से इनकार कर दिया था।
बताया जाता है कि यह विवाद उस समय शुरू हुआ था, जब बारिश के बाद शहर के वार्ड संख्या-21 में नाला बंद होने और सड़क पर गड्ढे होने के कारण नेत्रपाल सिंह नामक एक व्यक्ति गड्ढे में गिर गया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद स्थानीय लोग नेत्रपाल के साथ क्षेत्र की सीवेज और दयनीय सड़कों से संबंधित समस्या को लेकर वार्ड के पार्षद चतुर्भुज धनोलिया (40) के घर के बाहर पहुंचे और वहां प्रदर्शन किया।
इसी दौरान पार्षद ने पुलिस थाने पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी और आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों ने उनके घर में घुसने का प्रयास किया और परिवार के लोगों को जातिसूचक गालियां दीं।
पार्षद का कहना था कि उसके क्षेत्र की समस्या नहीं थी, लेकिन उसे सजिश के तहत टारगेट किया गया है। पार्षद ने कहा कि इतना ही नहीं उसके घर की महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एसपी नवनीत भषीन ने मामला दर्ज करने वाले एसआई इन्दर कुमार को तत्काल लाइन अटैच कर दिया है।