कोलार क्षेत्र के वार्डों में अब भी पूरी तरह से पेयजल की सुविधा नहीं मिल पाई है। सीवेज लाइन बिछाने का काम जारी है। सड़कों की स्थिति बदहाल है। पार्क, खेल मैदान आदि सुविधाओं के लिए कोलारवासी अब भी निगम की ओर देख रहे हैं। कोलार क्षेत्र की कॉलोनियों में तीन दर्जन से अधिक पार्क संवारने का इंतजार कर रहे हैं। पार्कों की सुध लेने न जनप्रतिनिधियों ने कोई कदम उठाए न ही निगम ने पहल की।
05 साल बाद भी आधा कोलार प्यासा
पांच साल पहले नगर निगम चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावी सभा में ऐलान किया था कि दो साल के अंदर पूरे कोलार को केरवा परियोजना से पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी कोलार के आधे वार्डों में पेयजल सुविधा नहीं मिल पाई है। कोलार की आधी आबादी पेयजल के लिए परेशान हो रही है।
लाइन का काम एक साल बाद होगा पूरा
कोलार क्षेत्र में नगर निगम द्वारा सीवेज लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। हालांकि यह काम अब भी बेहद धीमी गति से किया जा रहा है। कई कॉलोनियों में अब भी सीवेज लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। नगर निगम के अफसरों का दावा है कि आने वाले एक साल यानी 2021 तक सीवेज लाइन बिछाने का काम पूरा हो जाएगा।
बदहाल सड़कों से रहवासी हो रहे परेशान
कोलार में नगर पालिका के समय कई कॉलोनियों में सड़कों को बनाया गया था। बीते पांच साल में इन सड़कों को खोद कर खराब कर दिया गया है। पहले केरवा परियोजना के तहत पेयजल के लिए सड़कों को खोदा गया। बीते दो साल से सीवेज योजना के तहत बची हुई सड़कों को खोदा जा रहा है। कोलार में नगर पालिका के समय कई कॉलोनियों में सड़कों को बनाया गया था। बीते पांच साल में इन सड़कों को खोद कर खराब कर दिया गया है। पहले केरवा परियोजना के तहत पेयजल के लिए सड़कों को खोदा गया। बीते दो साल से सीवेज योजना के तहत बची हुई सड़कों को खोदा जा रहा है।
खेल मैदान और पार्कों की स्थिति जस की तस
नगर निगम चुनाव के दौरान कोलार दशहरा मैदान में व्यवस्थित स्टेडियम बनाने की भी घोषणा हुई थी, ताकि यहां के बच्चे स्पोट्र्स के लिए टीटी नगर स्टेडियम जाने से बच सकें। पूर्व सांसद आलोक संजर ने स्टेडियम के लिए 20 लाख रुपए देने की घोषणा की थी। लेकिन अब तक स्टेडियम के नाम पर सिर्फ छलावा किया गया।