इस इस्तीफे की अब तक किसी प्रकार की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सोशल मीडिया में आए इस इस्तीफे ने एकाएक मध्यप्रदेश के राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है।इस इस्तीफे की पत्रिका की ओर से किसी प्रकार की पुष्टि नहीं की जाती है।
वहीं भाजपा के मंदसौर से विधायक यशपाल सिंह भदौरिया ने कांग्रेस के विधायक हरदीपसिंह डंग के इस्तीफे पर ट्विट करते हुए कहा है कि ‘मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी के नेतृत्व वाली सरकार के द्वारा जनहित के कार्यों को नहीं करनें,भ्रष्टाचार चरम पर, विकास कार्य ठप्प,गुटीय राजनीति से क्षुब्द होकर कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग ने विधानसभा अध्यक्ष जी को त्यागपत्र दिया है, उनका साहस और निर्णय स्वागत योग्य है।’
वहीं इससे पहले मध्यप्रदेश में चले सियासी ड्रामे के बीच मंगलवार रात प्रदेश से मनेसर की होटल में पहुंचे कांग्रेस, सपा, बसपा और निर्दलीय दस विधायकों में से छह भोपाल लौट आए। बाकी चार विधायक अभी भी कांग्रेस की पहुंच से दूर बने हुए हैं। इन विधायकों को मनेसर से भोपाल लाने में मंत्री जीतू पटवारी और जयवद्र्धन सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई।
इन दोनों मंत्रियों के साथ चार्टर्ड प्लेन से भोपाल पहुंचे विधायकों में बसपा की रामबाई और संजीव कुशवाहा, सपा के राजेश शुक्ला और कांग्रेस के ऐदल सिंह कंसाना,रणवीर जाटव और कमलेश जाटव शामिल हैं। इनके साथ प्लेन से उतरते हुए वित्त मंत्री तरुण भनोत भी नजर आए।
ये सभी छह विधायक स्टेट हैंगर से सीधे मुख्यमंत्री से मिलने सीएम हाउस पहुंचे। जो चार विधायक अभी भी लापता हैं उनमें कांग्रेस के बिसाहूलाल सिंह, रघुराज कंसाना, हरदीप सिंह डंग और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा शामिल हैं। दिग्विजय सिंह का कहना है कि इन चारों विधायकों को भाजपा ने स्पेशल प्लेन से बेंगलुरु भेजा है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि सरकार गिराने की भाजपा की साजिश विफल हो गई।
सारे विधायकों को बेंगलुरु ले जाने की थी कोशिश : दिग्विजय
हॉर्स ट्रेडिंग के मामले का खुलासा करने और विधायलगातार बढ़ता जा रहा है।कों को छुड़ाने आईटीसी होटल पहुंचने के बाद बुधवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक और खुलासा कर दिया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मनेसर से देर रात सभी दस विधायकों को बेंगलुरु ले जाने की कोशिश थी लेकिन हमको पता चल गया और हमने विधायकों से संपर्क कर लिया।
लेकिन चार विधायकों को भाजपा के नेता हवाई जहाज से बेंगलुरु ले गए। इनमें बिसाहूलाल सिंह, रघुराज कंसाना, हरदीप सिंह डंग और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा हैं। बिसाहूलाल सिंह हमारे वरिष्ठ नेता हैं, मुझसे उन्होंने कहा कि ये लेाग जबरदस्ती ले आए हैं हम आपके साथ हैं। लेकिन बदतमीजी करते हुए भाजपा के नेता उनको ले गए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि रामबाई के साथ भी इन्होंने जबरदस्ती करने की कोशिश की लेकिन वे हिम्मत कर हमारे साथ आ गईं। दिग्विजय ने कहा कि सरकार को कोई खतरा नहीं है सारे विधायक हमारे साथ हैं।