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राजस्थानियों के खेतों पर पंजाबी कर रहे कब्जा, देखें वीडियो पंजाबियों ने यूं पसारे अपने पैर

locationभोपालPublished: Oct 14, 2016 08:32:00 pm

Submitted by:

​ajay yadav

राजस्थान के खेतों में पंजाबियों ने अपने पैर पसारना प्रारम्भ कर दिया है, राजस्थान के खेतों में पंजाब से आने वाली थ्रेसर मशीनों का उपयोग इस बात को सिद्ध करता है ।

thresher machine

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राजस्थान के खेतों में पंजाबियों ने अपने पैर पसारना प्रारम्भ कर दिया है, राजस्थान के खेतों में पंजाब से आने वाली थ्रेसर मशीनों का उपयोग इस बात को सिद्ध करता है । 

अब महिलाओं को खेतों में मिलेगी राहत , दिनभर खेतों में फसल कटाई एवं अनाज निकालने पुरूषों के साथ महिलाओं को भी सर्दी गर्मी में काम करना पड़ता है लेकिन अब मशीनों से फसल कटाई से उन्हें राहत मिलने लगी है।
 खरीफ की फसल को खलिहान से निकालने, खेतों में ही खड़ी फसल से दलहन निकालने के लिए अब किसान पंजाब के किसानों की ओर से लाई गई मशीनरी, थ्रेसर का उपयोग करने लगे हैं।
 अजमेर जिला ही नहीं राजस्थान में पंजाब के थ्रेसर मशीनों (कम्माइन मशीन) की धूम मची है। किसानों से मूंग, उड़द सहित अनाज की कटाई एवं फसल निकालने के एवज में किराया लिया जाता है।
 प्रति बीघा 300 से 500 रुपए तक किराया लेने से स्थानीय किसानों की मेहनत कम हो गई है। इन थ्रेसर की खासियत यह है कि खेतों में खड़ी फसल से ही दलहन अनाज अलग एवं चारा अलग हो जाता है। इन थ्रेसर मशीनों के चलते किसानों को मजदूरों की समस्या से भी निजात मिल गई है।
 कई बार फसल कटाई व अनाज/दलहन निकालने के लिए मजदूर नहीं मिलते हैं। इससे कई बार बारिश से भी फसलें खरीब हो जाती है लेकिन थ्रेसर मशीन से कम समय में कई बीघा में फसल निकल जाती है।
 अजमेर में नसीराबाद, सरवाड़. केकड़ी, अरांई, बांदनवाड़ा, किशनगढ़, बिजयनगर आदि क्षेत्रों में इन दिनों पंजाब के थ्रेसर फसल कटाई व फसल निकालने के काम में दिन रात चल रहे हैं।

देखें वीडियो पंजाबियों ने यूं पसारे अपने पैर

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