बोर्ड नहीं कर पाया यह पाठ्यक्रम शुरुआत में माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा लागू करने की कार्य योजना बनाई गई थी, लेकिन उद्यमिता संबंधी पाठ्यक्रम, किताबों में नहीं होने के कारण मंडल इसे समय पर लागू नहीं कर पाया। ओपन स्कूल की किताबों में उद्यमिता पाठ्यक्रम होने के कारण इसे आसानी से लागू किया जा सका। भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान ने इस पाठ्यक्रम में १२ अध्याय शामिल किए गए हैं। इसमें व्यवहारिक ज्ञान को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। यह कोर्स करने वाले छात्रों को प्रायौगिक तौर पर अलग-अलग विषयों पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार करना होगी, जिससे छात्रों को प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने में मदद मिलेगी।
तीन भाषा में से चुनना होगी एक १०वीं पास बच्चे जो आईटीआई प्रमाण पत्रधारी हो, उन्हें हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत या उर्दू में से किसी एक भाषाई विषय का चयन करना होगा। इसके अलावा रोजगार कौशल एवं उद्यमिता की परीक्षा पास कर आईटीआई के तीन विषयों की क्रेडिट मिल जाएगी। इसके बाद संबंधित छात्रों को १२वीं के समकक्ष की अंकसूचियां दी जाएगी।
हमने पहली बार यह पाठ्यक्रम लागू किया है। अब १०वीं पास बच्चे जो आईटीआई करके आगे पढऩा चाहते हैं, वे इसका लाभ ले सकते हैं। इस पाठ्यक्रम में एक भाषाई विषय के साथ तीन अपने ट्रैड के विषयों की पढ़ाई करना होगी। इसमें व्यवहारिक ज्ञान से बच्चों का संपूर्ण विकास होगा।
पीआर तिवारी, संचालक, ओपन स्कूल