scriptअप्रैल में होने वाली जेईई एग्जाम में रैंक सुधार सकेगें स्टूडेंट्स | Students will be able to improve rank in JEE Exam in April | Patrika News

अप्रैल में होने वाली जेईई एग्जाम में रैंक सुधार सकेगें स्टूडेंट्स

locationभोपालPublished: Feb 15, 2019 05:15:16 pm

Submitted by:

hitesh sharma

एनटीए ने 2019 से साल में दो बार जेईई मेन परीक्षा आयोजित करने का निर्णय किया है

Board Exams News

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भोपाल। जेईई उम्मीदवार अप्रैल-2019 में होने वाले जेईई मेन के दूसरे सत्र में अपनी रैंकिंग में सुधार कर सकते हैं। एनटीए ने 2019 से साल में दो बार जेईई मेन परीक्षा आयोजित करने का निर्णय किया है और इस निर्णय से कई उम्मीदवारों को एक अतिरिक्त लाभ मिलेगा। जो छात्र पहले प्रयास में चूक गए या जेईई एडवांस के लिए क्वालिफाई करने के लिए अपनी रैंकिंग में सुधार करना चाहते हैं। उनके लिए अपनी तैयारी में सुधार करने का यह बेहतर मौका है। पहली मेन परीक्षा के प्रयास को मॉक टेस्ट माना जाना चाहिए। जो विस्तृत विश्लेषण और आगे की तैयारी के लिए कमजोर क्षेत्रों को समझने में सहायक साबित होगा।

कम से कम 50-60 संख्यात्मक प्रश्नों को हल करना चाहिए

फिटजी एक्सपर्ट रमेश बटलिश ने बताया कि स्टूडेंट्स को प्रतिदिन भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित में कम से कम 50-60 संख्यात्मक प्रश्नों को हल करना चाहिए। अवधारणा की स्पष्टता के साथ इसे हल करने से अधिक सफलता हासिल होती है क्योंकि परीक्षा में एक निश्चित पैटर्न नहीं हो सकता है। हालांकि सवालों को हल करने के लिए यह अच्छा है। जेईई को क्रैक करने के लिए क्रिटिकल थिंकिंग पर बहुत जोर देने के साथ-साथ विश्लेषणात्मक कौशल में भी मजबूती और पकड़ की आवश्यकता होती है। इस प्रकार अवधारणा के अनुप्रयोग को भी समझना अत्यावश्यक है।
जेईई मेन 2019 के लिए सामान्य रैंक सूची अप्रैल की परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद मई के पहले सप्ताह में उपलब्ध करायी जाएगी। जेईई मेन जनवरी और अप्रैल दोनों में षामिल होने वाले उम्मीदवारों के बेहतर स्कोर को रैंकिंग के उद्देश्यों के लिए माना जाएगा, जबकि केवल एक परीक्षा में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के उसी स्कोर का उपयोग किया जाएगा। सामान्य रैंक सूची उम्मीदवारों के विवरण और प्राप्त अंकों के अलावा उम्मीदवारों के अखिल भारतीय रैंक और कैटेगरी रैंक को निरूपित करेगी। जेईई मेन रैंक एनआईटी, आईआईआईटी और जीएफटीआई में प्रवेश के लिए आधार होगा।
को-सब्जेक्ट पर भी करें फोकस
उन्होंने कहा बोर्ड की परीक्षा और जेईई मेन के दूसरे प्रयास के बीच बहुत कम अंतर रहेगा। विभिन्न सब्जेक्ट में कुछ को-सब्जेक्ट होते हैं। जिन पर आम तौर पर बोर्ड में अधिक वेटेज होते हैं क्योंकि इसमें प्रश्न सब्जेक्टिव प्रकार के होते हैं। कुछ ऐसे उप-विषय भी हैं जो जेईई मेन का हिस्सा होते हैं, लेकिन जेईई एडवांस परीक्षा का हिस्सा नहीं होते हैं। इसलिए कुछ छात्र अपनी तैयारी के दौरान इन्हें अनदेखा कर देते हैं। जेईई मेन 2019 का पहला चरण हाल ही में 12 जनवरी को हुआ और जिन छात्रों को बेहतर रैंक प्राप्त नहीं होने की आशंका है, उन्हें बेहतर प्रदर्षन करने के लिए अप्रैल (6 अप्रैल -20 अप्रैल) में दूसरा मौका मिलेगा। अप्रैल सत्र के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 8 फरवरी से 7 मार्च 19 तक चलेगी।
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