ओरियन के माता-पिता सहित 25 लोग फ्रांस से आए। सभी भोपाल पहुंचे और फिर बुधवार को सीहोर के रिसॉर्ट में शादी के बंधन में ओरियन बंध गई। सात फेरों के सात वचन: मायने समझाए अंग्रेजी में
शादी के सात फेरों के साथ 7 वचनों को पंडित ने विदेशी बहू को अंग्रेजी में समझाए। ओरियन के पिता जीन क्लाउड और मां कोरीना ब्लोतीन ने भी नीतेश के बुजुर्ग रिश्तेदारों से कन्यादान की रस्म की जानकारी ली। उनका कहना है भारतीय संस्कृति महान संस्कृति का प्रतीक है। उन्हें खुशी है कि बेटी के साथ वे भी इस संस्कृति से जुड़ गए। बता दें, नीतेश के पिता सतीश कुमार व ताऊ रामबाबू गर्ग की पहचान धार्मिक व मिलनसार व्यक्तियों के रूप में थी। 2021 में कोरोना से कुछ दिनों के अंतर से दोनों भाइयों का देहांत हो गया था।
नीतेश 2013 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए कनाडा गए थे। वहां ओरियन से उनकी मुलाकात हुई। दोस्ती हुई और फिर प्यार हो गया। दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं। ओरियन भारतीय संस्कृति को खासा पसंद करती है। इसलिए वह परिवार समेत राजगढ़ पहुंची। कुरावर में ही हल्दी-मेहंदी की रस्में हुईं।