scriptJEE Advanced 2019 : दादा ने बताया पढ़ाई का महत्व, जेईई एडवांस में पाई सफलता | success in JEE advanced 2019 result | Patrika News

JEE Advanced 2019 : दादा ने बताया पढ़ाई का महत्व, जेईई एडवांस में पाई सफलता

locationभोपालPublished: Jun 16, 2019 12:03:07 pm

Submitted by:

Amit Mishra

ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं ने मनवाया लोहा

jee advance result 2019 jee advance results on 14th june

JEE advance result 2019: जेईई एडवांस के नतीजे 14 को… 130 से कम तो कॉमन रैंक लिस्ट में स्थान नहीं, टाई होने की स्थिति में उम्र बाधा नहीं

भोपाल @प्रवीण मालवीय की रिपोर्ट

महंगी कोचिंग में पढ़कर प्रतियोगिता में सफलता पाने वालों के बीच कुछ बच्चे ऐसे भी हैं जिन्होंने गांवों से निकलकर सफलता हासिल की है। ये वो बच्चे हैं जिन्हें कुछ समय पहले तक न तो इस मंजिल का पता मालूम था, न ही पहुंचने का रास्ता। 11वीं कक्षा से उत्कृष्ट विद्यालय में सुपर 100 में जगह पाने वाले इन विद्यार्थियों ने सफलता के परचम लहराए। ऐसे ही दो होनहारों से पत्रिका ने बात की तो सामने आई प्रेरणा दायक कहानी।

 

JEE Advanced 2019 bhopal
दादाजी ने जगाई गणित में रुचि
नरसिंहपुर में शहीद भगत सिंह बाग में पान की दुकान चलाने वाले संतोष चौरसिया के इकलौते बेटे श्रेयांस ने 10 वीं कक्षा में आते तक राजधानी की शक्ल भी नहीं देखी थी। पिता 12 से 14 घंटे दुकान पर बैठते, लेकिन पढ़ाई का महत्व समझाया दादा कैलाश ने। श्रेयांस बताते हैं, दादाजी शिक्षक थे, 10 वीं में 94 फीसदी अंक आए इसके बाद इंजीनियरिंग करने का विचार आया। सुपर 100 में दो साल यहां रहकर पढ़ाई की और बिना गैप लिए जेईईई एडवांस में सफलता पाई। श्रेयांस के 12 वीं में भी 92 फीसदी अंक आए हैं।
श्रेयांस का कहना है कि, सभी टीचर्स खासकर प्रिसंपल सर ने काफी हेल्प की पढ़ाई पर सेल्फ स्टडी पर फोकस किया। योगा करता हूं, बुक रीडिंग, बिजनेस से रिलेटेड बुक्स पढऩे में इंट्रेस्ट है।
news in <a  href=
jee advanced 2019 9 ” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/06/16/jeea__4716166-m.png”>


भोपाल आने के बाद मिली दिशा
बैतूल से चिचोली मार्ग पर स्थित हर्रावाड़ी गांव में रहने वाले उदित ततिसर, अपने पढ़ाई में तो होशियार थे, लेकिन गांव में स्कूल ही नहीं था। लगन देखकर पिता धारा सिंह ने उदित को पांच किमी दूर एक निजी स्कूल भेजना शुरू किया। उदित का कहना है, कि मैं पढ़ाई में अच्छा था, लेकिन क्या बनूंगा यह सोचा नहीं था। 11 वीं में उत्कृष्ट विद्यालय में सुपर 100 में चयन हो गया, इसके बाद इंजीनियरिंग में रुचि जागना शुरू हुई। जेईईई एडवांस में कैटेगरी में 3700 रैंक आई है। उदित बताते हैं, कि एयरोस्पेस ब्रांच में एडमिशन लेना चाहते हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो