नेहा ने अपने एक पत्र में लिखा कि पति के साथ रहने के लिए उसने भोपाल बीचएईएल से हैदराबाद बीएचईएल में ट्रांसफर लिया था। हैदराबाद बीएचईएल में काम करने वाले डीजीएम फाइनेंस किशोर आर्थर कुमार ने उसे पिछले दो महीने में काफी प्रताडि़त किया। आर्थर ने नेहा का फोन भी हैक कर लिया। नेहा ने इस पत्र में आर्थर किशोर कुमार के अलावा डिप्टी मैनेजर मोहनलाल सोनी, सुमलथा, डिप्टी मैनेजर गोपीराम कोरा, अल्मी नितिन, सीताराम पेंटोकोटा, सीनियर आफिसर चरण राज, तीरथभासी स्वेन के नाम भी लिए हैं। ये लोग नेहा पर अश्लील फब्तियां कसते थे। नेहा के पत्र के मुताबिक, आर्थर ने उसे जान से मारने की साजिश रच ली थी।
नेहा के पिता तुलसीराम चौकसे का भोपाल में आनंद नगर में मकान है। आनंद चौकसे सिविल कांट्रेक्टर हैं। नेहा ने सेंट पॉल स्कूल में पढ़ाई करने के बाद कम्प्यूटर में डिप्लोमा किया था। इसी बीच बीएचईएल में सलेक्शन हो गया। पहली पोस्टिंग झांसी में मिली। इसके बाद भोपाल में ट्रांसफर हो गया। नेहा के चचेचे भाई संजीव चौकसे ने बताया कि वह बहुत मिलनसार-हंसमुख थी। उसका कभी किसी से विवाद नहीं हुआ। दो माह पहले ही वह अपने सगे भाई नितिन के बेटी होने पर भोपाल आई थी। शनिवार को नितिन हैदराबाद नेहा के पास जाने वाला था। इससे पहले यह घटना हो गई। परिवार के सभी लोग फ्लाइट से हैदराबाद चले गए हैं।