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भोपाल की बेटी ने हैदराबाद में सीनियर अफसरों की प्रताडऩा से तंग आकर फांसी लगाकर जान दे दी

locationभोपालPublished: Oct 18, 2019 02:05:24 am

नेहा का इसी साल 10 जून को हैदराबाद बीएचईएल में ट्रांसफर हुआ था। वह एकाउंट विभाग में थीं। वह हैदराबाद में भानू टाउनशिप हाफिजपेट मियापुर में पति के साथ रहती थीं।

भोपाल की बेटी ने हैदराबाद में सीनियर अफसरों की प्रताडऩा से तंग आकर फांसी लगाकर जान दे दी

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भोपाल. वरिष्ठ अफसरों और साथियों की प्रताडऩा से तंग आकर बीएचईएल हैदराबाद में पदस्थ भोपाल की रहने वाली महिला अफसर नेहा चौकसे पति सुनील खंडेलवाल (33) ने आत्महत्या कर ली। नेहा का इसी साल 10 जून को हैदराबाद बीएचईएल में ट्रांसफर हुआ था। वह एकाउंट विभाग में थीं। वह हैदराबाद में भानू टाउनशिप हाफिजपेट मियापुर में पति के साथ रहती थीं। गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे कमरे में खुद को बंदकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इस दौरान उनके पित समेत अन्य परिजन घर पर ही थे। सुनील जयपुर के रहने वाले हैं। हैदराबाद में निजी कंपनी में जॉब करते हैं। नेहा ने सुसाइड नोट में बीएचईएल के डीजीएम रैंक के अफसर और सहकर्मियों द्वारा फोन हैक किए जाने, प्रताडि़त करने, उत्पीडऩ करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का जिक्र किया है। आत्महत्या से पहले नेहा ने अलग-अलग जगहों पर सहकर्मियों की हरकतों के बारे में शिकायत भी की थी। तेलंगाना पुलिस को फोन हैक किए जाने की शिकायत भी दर्ज कराई थी। हालांकि स्थानीय पुलिस को जांच में ऐसे इनपुट नहीं मिले थे।
डीजीएम पर प्रताडि़त करने का आरोप
नेहा ने अपने एक पत्र में लिखा कि पति के साथ रहने के लिए उसने भोपाल बीचएईएल से हैदराबाद बीएचईएल में ट्रांसफर लिया था। हैदराबाद बीएचईएल में काम करने वाले डीजीएम फाइनेंस किशोर आर्थर कुमार ने उसे पिछले दो महीने में काफी प्रताडि़त किया। आर्थर ने नेहा का फोन भी हैक कर लिया। नेहा ने इस पत्र में आर्थर किशोर कुमार के अलावा डिप्टी मैनेजर मोहनलाल सोनी, सुमलथा, डिप्टी मैनेजर गोपीराम कोरा, अल्मी नितिन, सीताराम पेंटोकोटा, सीनियर आफिसर चरण राज, तीरथभासी स्वेन के नाम भी लिए हैं। ये लोग नेहा पर अश्लील फब्तियां कसते थे। नेहा के पत्र के मुताबिक, आर्थर ने उसे जान से मारने की साजिश रच ली थी।
दो माह पहले आई थी भोपाल
नेहा के पिता तुलसीराम चौकसे का भोपाल में आनंद नगर में मकान है। आनंद चौकसे सिविल कांट्रेक्टर हैं। नेहा ने सेंट पॉल स्कूल में पढ़ाई करने के बाद कम्प्यूटर में डिप्लोमा किया था। इसी बीच बीएचईएल में सलेक्शन हो गया। पहली पोस्टिंग झांसी में मिली। इसके बाद भोपाल में ट्रांसफर हो गया। नेहा के चचेचे भाई संजीव चौकसे ने बताया कि वह बहुत मिलनसार-हंसमुख थी। उसका कभी किसी से विवाद नहीं हुआ। दो माह पहले ही वह अपने सगे भाई नितिन के बेटी होने पर भोपाल आई थी। शनिवार को नितिन हैदराबाद नेहा के पास जाने वाला था। इससे पहले यह घटना हो गई। परिवार के सभी लोग फ्लाइट से हैदराबाद चले गए हैं।
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